Nag Panchami 2024 : पूरे देश में आज मनाई जा रही नागपंचमी, जानें पूजा की विधि और मुहूर्त

Nag Panchami Puja Vidhi : नागपंचमी हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, सावन माह की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन नागों की पूजा का विशेष महत्व है।आज पूरे देश में नागपंचमी मनाई जा रही है।साथ दुनिया के कई देश में इसे मनाया जाता है। जैसे नेपाल और हिंदू आबादी वाले अन्य दक्षिण एशियाई देशों में लोग इस पर्व को मनाते हैं।
पूजा की विधि:
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सर्वप्रथम पवित्रता:
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पूजा स्थल को स्वच्छ करें। अगर आप घर के किसी विशेष स्थान पर पूजा कर रहे हैं, तो वहाँ अच्छे से सफाई कर लें।
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स्नान कर के शुद्ध वस्त्र पहनें।
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पूजा की तैयारी:
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एक साफ चौकी या आसन पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएँ।
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एक बर्तन में जल भरें और उसमें गंगाजल डालें (अगर उपलब्ध हो)।
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नाग की प्रतिमा या चित्र:
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पूजा के लिए नागों की प्रतिमा, चित्र, या नाग देवता के प्रतीक का उपयोग करें। अगर ये नहीं हो, तो किसी अन्य साफ और आदरणीय स्थान पर पूजा की तैयारी करें।
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दीप और नैवेद्य:
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पूजा स्थल पर दीपक लगाएँ और उसमें घी या तेल डालें।
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नैवेद्य के रूप में दूध, चावल, या फल अर्पित करें।
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अर्चना:
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सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें।
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इसके बाद नाग देवता की पूजा करें। उन्हें फूल, अक्षत (चिउड़े), और पत्तियाँ अर्पित करें।
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हल्दी, कुमकुम से तिलक करें।
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प्रार्थना और मंत्र:
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नागपंचमी पर विशेष रूप से "ॐ नाग देवाय नमः" या अन्य कोई उपयुक्त मंत्र का जाप करें।
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अपने परिवार की सुख-शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करें।
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पुजा समाप्ति:
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अंत में, पूजा का समापन करें और दान करने का संकल्प लें।
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भोजन और प्रसाद:
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पूजा के बाद अर्पित किए गए नैवेद्य को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें और परिवार को भी वितरित करें।
पूजा करने करने का शुभ मुहूर्त
नाग पंचमी का त्योहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचम तिथि को मनाया जाता है और इस तिथि का आरंभ 9 अगस्त की मध्य रात्रि 12 बजकर 36 मिनट से होगा और इसका समापन 10 अगस्त सुबह 03 बजकर 14 मिनट पर होगा। पूजा का मुहूर्त सुबह 05 बजकर 47 मिनट से 08 बजकर 27 मिनट के बीच है।
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