
Mpox Outbreak:दुनिया पूरी तरह अभी कोरोना वायर से उभरी ही रही थी, कि अब एक और वायरस चिंता बढ़ा दी है। इस वायरस का नाम MPOX है, जिसे लेकर WHO ने ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है। MPOX कांगो सहित 13 अफ्रीकी देशों में तेजी से फैल रहा है। अब तक इस बीमारी से 524 लोगों की मौत हो चुकी है।जो पिछले साल, रिपोर्ट किए गए मामलों में काफी वृद्धि हुई थी और इस साल अब तक रिपोर्ट किए गए मामलों की संख्या पिछले साल की कुल संख्या से अधिक हो गई है।
बता दें कि, भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक बार फिर MPOX ने दस्तक दे दी है। पाकिस्तान में इस साल MPOXका पहला मामला सामने आया है। हाल ही में सऊदी अरब से लौटे एक शख्स में इस वायरस की पुष्टि हुई है। ARY न्यूज ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से यह जानकारी दी है। मर्दान का एक शख्स 3 अगस्त को पाकिस्तान पहुंचा था। पेशावर पहुंचने के कुछ देर बाद ही उसमें लक्षण दिखने लगे और वह जांच के लिए अस्पताल गया। एआरवाई न्यूज के मुताबिक, पेशावर की खैबर मेडिकल यूनिवर्सिटी ने इस बीमारी की पुष्टि की है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने उठाए एहतियाती कदम
सऊदी अरब से लौट रहे एक शख्स में MPOXवायरस मिलने से हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य अधिकारियों ने उन व्यक्तियों की पहचान करने और निगरानी करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं जो संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में थे, जिसमें सऊदी अरब से उसकी उड़ान के साथी यात्री भी शामिल थे।
MPOX क्या है?
मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस की एक प्रजाति मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है। MPOXको पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था। इस वायरस की पहचान वैज्ञानिकों ने पहली बार 1958 में की थी जब बंदरों में 'पॉक्स जैसी' बीमारी का प्रकोप हुआ था। MPOXचेचक के समान वायरस परिवार से संबंधित है।
MPOXकैसे फैलता है?
MPOXएक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से फैलता है। MPOXसंक्रमित त्वचा या मुंह या जननांगों जैसे अन्य घावों के सीधे संपर्क के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। मध्य और पश्चिमी अफ़्रीका में ज़्यादातर मामले उन लोगों में देखे गए हैं जिनका संक्रमित जानवरों से संपर्क हुआ था।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह संक्रमण दूषित वस्तुओं जैसे कपड़े या लिनेन, टैटू की दुकानों, पार्लर या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर उपयोग की जाने वाली सामान्य वस्तुओं के उपयोग से भी फैल सकता है। यह वायरस संक्रमित जानवरों के काटने, खरोंचने, खाने या अन्य गतिविधियों से भी जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता है।
लक्षण कितने समय तक रहते हैं?
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, वायरस के संपर्क में आने के 21 दिनों के भीतर MPOXके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। MPOXके संपर्क में आने से लेकर लक्षण दिखने तक का समय 3 से 17 दिन है। इस दौरान व्यक्ति में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। लेकिन यह समय पूरा होने के बाद वायरस का असर दिखना शुरू हो जाता है।
MPOXका इलाज क्या है?
MPOX के लिए अभी तक कोई विशिष्ट उपचार नहीं है। हालाँकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इसके दर्द और बुखार जैसे लक्षणों के लिए दवा देने की सलाह देता है। सीडीसी का कहना है कि अगर मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है और उसे त्वचा रोग नहीं है तो वह बिना किसी इलाज के भी ठीक हो सकता है। उसे बस देखभाल की जरूरत होगी।'
Leave a comment