“भगवा कपड़ा पहनने से कोई योगी नहीं बनता”, अखिलेश यादव ने CM आदित्यनाथ पर किया तीखा प्रहार

“भगवा कपड़ा पहनने से कोई योगी नहीं बनता”, अखिलेश यादव ने CM आदित्यनाथ पर किया तीखा प्रहार

Akhilesh Yadav Attacks CM Yogi: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में कुछ ही घंटों बाद महाशिवरात्रि का अंतिम स्नान शुरु होने वाला है। इसके बाद कुंभ की आधिकारिक समाप्ति हो जाएगी। इस बीच सूबे महाकुंभ को लेकर राजनीतिक माहौल भी गर्म है। मंगलवार को विधान परिषद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सपा पर महाकुंभ को बदनाम करने का भी आरोप लगाया। अब सीएम योगी के बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने इशारों-इशारों में सीएम योगी पर हमला बोलते हुए कहा, "भगवा कपड़े पहनने से कोई योगी नहीं बन जाता। भारत के लोग रामायण को अच्छे से जानते हैं। उन्हें पता है कि सीता मां का अपहरण करने रावण भी साधु के भेष में आया था।"

सीएम योगी पर साधा निशाना

सपा प्रमुख ने CMयोगी पर हमला बोलते हुए कहा कि महाकुंभ की जो व्यवस्था खराब की है। उसके जिम्मेदार प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री महाकुंभ की व्यवस्था की निगरानी खुद कर रहे थे। लेकिन, महाकुंभ में हादसा हुआ, कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। लेकिन, सरकार मौत का सही आंकड़ा नहीं पेश कर रही है। क्योंकि, उन्हें डर है कि अगर कहीं मौत का आंकड़ा जारी कर दिया तो उनकी सच्चाई सबके सामने आए जाएगी।

महाकुंभ में जिन्होंने अपनों को तलाशा…

सोमवार को विधानसभा में सीएम के भाषण के बाद अखिलेश यादव ने महाकुंभ में एंबुलेस की तस्वीर को शेयर करते हुए एक्स पर लिखा, “महाकुंभ में जिन्होंने अपनों को तलाशा उन्हें न तो अपने उन परिवारवालों का नाम मृतकों की सूची में मिला, जो हमेशा के लिए खो गये और न ही खोया-पाया के रजिस्टर में। कुछ लोगों ने महाकुंभ में राजनीतिक अवसरवाद को तलाशा और उनको आत्मप्रचार का माध्यम मिला लेकिन उन्होंने अपनी नैतिकता, सत्यनिष्ठा और मानवीय संवेदनाओं को खो दिया और वाणी पर संतुलन को भी। अशोभनीय कथनों का उच्चारण बताता है कि मानसिकता जब नकारात्मकता के चरम पर होती है तो देश, काल, स्थान की गरिमा का ख़्याल न करते हुए शब्दों के रूप में प्रकट होती है।“

सीएम ने क्या कहा था?

सोमवार को विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा, 'किसी ने सच कहा कि महाकुंभ में जिसने जो तलाशा है, उसे वो मिला। गिद्धों को केवल लाश मिली, सुअरों को गंदगी मिली। संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली। आस्थावानों को पुण्य, सज्जनों को सज्जनता, गरीबों को रोजगार, अमीरों को धंधा मिला। श्रद्धालुओं को साफ सुधरी व्यवस्था मिली, सद्भावना वाले लोगों को जातिरहित व्यवस्था मिली, भक्तों को भगवान मिले। मतलब सबने अपने स्वभाव और चरित्र के अनुसार चीजों को देखा।' मुख्यमंत्री ने ये बातें एक सोशल मीडिया यूजर से हवाले से कही हैं।

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