Lok Sabha Speaker: पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल की नई कैबिनेट का गठन हो गया है। मंत्रालयों का बंटवारा भी हो गया है। अब सबकी निगाहें लोकसभा के स्पीकर पद पर टिकी हुई हैं। 26 जून को स्पीकर पद के चुनाव होने की संभावना है। मंत्रालयों के बंटवारे के पहले ही टीडीपी स्पीकर पद पर अपना दावा ठोक चुकी है। ऐसे में ये भी चर्चा जोरो शोरों से है कि भाजपा स्पीकर पद अपने पास रखने वाली है। इसके लिए वो ऐसा ब्रह्मास्त्र चलाने वाली है जिसका तोड़ चंद्रबाबू नायडू के पास नहीं है। दरअसल, आंध्र प्रदेश बीजेपी की अध्यक्ष दुग्गुबति पुरंदेश्वरी को भाजपा लोकसभा का स्पीकर बना सकती है।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी को लगता है कि अगर पुरंदेश्वरी को स्पीकर बनाया जाएगा तो टीडीपी और चंद्रबाबू नायडू इसे लेकर कोई आपत्ति नहीं जताएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि पहले तो लोकसभा चुनाव में राज्य में टीडीपी और जनसेना के साथ बीजेपी के गठबंधन में दुग्गुबति पुरंदेश्वरी ने अहम भूमिका निभाई थी और जनता ने भी गठबंधन पर भरोसा जताया है। दूसरी चीज दुग्गुबति पुरंदेश्वरी पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामाराव की बेटी हैं और चंद्रबाबू नायडू की पत्नी नारा भुवनेश्वरी की बहन हैं। हालांकि वो कभी भी नायडू की समर्थन नहीं रही हैं।
तीन बार रह चुकी हैं सांसद
पुरंदेश्वरी आंध्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के अलावा तीन बार की सांसद भी हैं। साल 2004 और साल 2009 में उन्होंने बापतला और विशाखापट्टनम से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। कांग्रेस में आने से पहले वो और उनके पति दुग्गुबति वेंकटेश्वरा राव शुरुआत में चंद्रबाबू नायडू के साथ थे और उन्होंने मिलकर साल 1996में टीडीपी में तख्तापलट के बाद एनटी रामाराव को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था। जिसके बाद चंद्रबाबू नायडू ने पूरी टीडीपी को अपने कंट्रोल में करके पुरंदेश्वरी और वेंकटेश्वरा को साइडलाइन कर दिया। जिसके बाद वो कांग्रेस में शामिल हो गईं।
यूपीए सरकार में रह चुकी हैं केंद्रीय मंत्री
उन्होंने यूपीए सरकार में मनमोहन सिंह की कैबिनेट में केंद्रीय राज्य मंत्री का भी पदभार संभाला लेकिन आंध्र प्रदेश के विभाजन के कांग्रेस सरकार के फैसले से नाराज होकर वो बीजेपी में शामिल हो गई और उनको पार्टी राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया। बाद में वो पार्टी के महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाई गईं।
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