
Healthy Lifestyle: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर अपनी सेहत पर ध्यान देना भूल गए है, जिस वजह से उन्हें तरह-तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। तो वहीं, 20 की उम्र वाले युवा अक्सर खुद को अजेय समझते हैं। लेकिन हालिया अध्ययनों से पता चलता है कि इस उम्र में अपनाई गई कुछ बुरी आदतें भविष्य में हृदय रोग, स्ट्रोक, कैंसर और यहां तक कि समय से पहले मौत का खतरा कई गुना बढ़ा सकती हैं। 2025 में प्रकाशित हार्वर्ड गैजेट और अन्य स्वास्थ्य रिपोर्टों के अनुसार, 20 से 30 की उम्र में हृदय स्वास्थ्य पर ध्यान न देने से 60 की उम्र तक हार्ट अटैक या स्ट्रोक का जोखिम 10 गुना तक बढ़ सकता है।
डॉक्टरों का कहना है कि युवावस्था एक ऐसा समय है जहां छोटे बदलाव से बड़े खतरे टाले जा सकते हैं। अगर आप चाहते है कि नए साल में आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहे तो आपको उन सभी बुरी आदतों को खुद से दूर करना होगा, जिसका असर आपकी सेहत पर पड़ रहा है।
1. नींद की कमी से दिल की बीमारी
आज की युवा जनरेशन रात को सोने के बजाय स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताती हैं या रातभर क्लब में पार्टी करती हैं। 2025 की एक स्टडी में पाया गया कि सिर्फ तीन दिनों की नींद की कमी से युवा वयस्कों में हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि इससे ब्लड प्रेशर और इंफ्लेमेशन बढ़ता है। डॉक्टरों का कहना है कि खराब नींद ब्लड वेसल्स को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाती है। इसलिए नींद को प्राथमिकता दें, नहीं तो यह आपके लिए 'साइलेंट किलर' साबित हो सकती है।
2. जंक फूड और मीठे ड्रिंक्स से मोटापा और डायबिटीज
20 की उम्र में फास्ट फूड और मीठे ड्रिंक्स की आदत आम है, लेकिन यह सीधे मोटापा, डायबिटीज और हृदय रोग को न्योता देती है। हालिया रिसर्च से पता चला है कि युवावस्था में खराब डाइट से बॉडी मास इंडेक्स बढ़ता है। डॉक्टरों का कहना है कि शुगर स्पाइक्स ब्लड वेसल्स को डैमेज करते हैं, जो 30-40 की उम्र में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ाते हैं। ऐसे में इस आदत को छोड़ना जरूरी है, वरना यह खराब स्लीप और डिप्रेशन को भी बढ़ावा देती है।
3. सिगरेट-ड्रग्स की लत से जान को खतरा
सिगरेट, वेपिंग या ड्रग्स की लत कैंसर, स्ट्रोक और हार्ट डिजीज का सीधा कारण बनती है। 2025 की रिपोर्ट में कहा गया है कि अनहेल्दी लाइफस्टाइल चॉइस जैसे ड्रग यूज युवाओं में हार्ट डिजीज की दर बढ़ा रही हैं। डॉक्टर चेताते हैं कि कोकेन जैसी ड्रग्स से स्ट्रोक या अचानक मौत का खतरा बढ़ता है, खासकर इंजेक्ट करने पर HIV जैसी बीमारियां फैल सकती हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि यह आदत 'आखिरकार मार डालेगी', क्योंकि यह बॉडी के हर सिस्टम को प्रभावित करती है। तुरंत छोड़ने की कोशिश करें।
4. फिजिकल एक्टिविटी की कमी हार्ट डिजीज
बैठे-बैठे काम या स्क्रीन टाइम ज्यादा होने से फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है, जो हृदय रोग और डायबिटीज को बढ़ावा देती है। हार्वर्ड की 2025 स्टडी में पाया गया कि 20s में हेल्दी हैबिट्स न अपनाने से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का रिस्क 2-10 गुना बढ़ जाता है। डॉक्टरों की चेतावनी है कि फिजिकल इनएक्टिविटी से दो-तिहाई हार्ट डिजीज मौतें होती हैं। रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक या एक्सरसाइज करें, ताकि बॉडी मजबूत बने और भविष्य के खतरे कम हों।
5. तनाव और मेंटल हेल्थ की अनदेखी
स्ट्रेस, एंग्जाइटी या डिप्रेशन को इग्नोर करना युवावस्था में आम बात है, लेकिन यह हृदय और इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है। 2025 की रिपोर्टों से पता चला है कि क्रॉनिक स्ट्रेस ब्लड वेसल्स को डैमेज करता है, जो फिट युवाओं में भी हार्ट अटैक का कारण बनता है। डॉक्टर कहते हैं कि मेंटल हेल्थ नेग्लेक्ट से खराब ईटिंग और स्लीप हैबिट्स बढ़ती हैं, जो जानलेवा बन सकती हैं। योग, मेडिटेशन या काउंसलिंग से स्ट्रेस मैनेज करें और डॉक्टर विजिट्स को नियमित रखें।
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