खामेनेई के भतीजे का बड़ा बयान, बोले- ईरान में शांति के लिए शासन का खात्मा जरूरी

खामेनेई के भतीजे का बड़ा बयान, बोले- ईरान में शांति के लिए शासन का खात्मा जरूरी

Iran vs Israel:  ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के निर्वासित भतीजे महमूद मोरादखानी ने एक बयान में इस्लामिक शासन को उखाड़ फेंकने का ऐलान किया है। फ्रांस में रह रहे मोरादखानी ने बुधवार को एक साक्षात्कार में कहा कि वह युद्ध के समर्थक नहीं हैं। लेकिन उनका मानना है कि वास्तविक शांति के लिए इस शासन का अंत आवश्यक है। उन्होंने कहा "जो भी इस शासन को मिटा सके वह जरूरी है। यह शासन बदला लेगा। लेकिन इसका पतन ही शांति का रास्ता है।"
 
मोरादखानी  बयान 
मोरादखानी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ईरान और इजरायल के बीच युद्ध दूसरा सप्ताह हो चुका है। इजरायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' के तहत ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य अड्डों पर हमले तेज कर दिए हैं। जिसमें 224 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और 1500 घायल हुए हैं। इस बीच ईरान ने भी इजरायल पर 400 से अधिक मिसाइलें दागीं। जिससे 13 नागरिकों की मौत और 1300 लोग घायल हुए। ईरान के पूर्व शाह मोहम्मद रजा पहलवी के बेटे रेजा पहलवी ने भी सोशल मीडिया पर शासन परिवर्तन की मांग की। उन्होंने खामेनेई को डरा हुआ चूहा का नाम देते हुए कहा- इस्लामिक गणराज्य अपने अंत की ओर है। जो शुरू हुआ है। उसे अब रोका नहीं जा सकता। 
 
खामेनेई का संबोधन 
खामेनेई ने बुधवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए इजरायल के हमलों को मूर्खतापूर्ण बताया और युद्ध की घोषणा की। उनके ट्वीट में हजरत अली की खैबर विजय का नाम लेते हुए इजरायल को चेतावनी दी गई। दूसरी ओर इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया कि खामेनेई की हत्या युद्ध को समाप्त कर सकती है। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस योजना पर वीटो लगा दिया है। यह कहते हुए कि इससे मध्य पूर्व में बड़ा युद्ध भड़क सकता है।
 
ईरान की आंतरिक स्थिति भी अस्थिर है। बढ़ती मुद्रास्फीति, मानवाधिकार हनन और महिलाओं के खिलाफ दमन ने जनता में असंतोष बढ़ा दिया है। यदि खामेनेई का शासन गिरता है, तो सत्ता के लिए मोजतबा खामेनेई, अलीरेजा अराफी, मोहम्मद गोलपायेगानी और अली लारीजानी जैसे नाम उभर सकते हैं।

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