
Iran Israel Conflict: ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के प्रमुख इस्माइल हनिया की हत्या बुधवार तड़के सुबह कर दी गई। इस हत्या को लेकर उंगलियां इजरायल की ओर उठी लेकिन इजरायल ने इस हमले पर कुछ नहीं कहा है। हालांकि, हमास और खास कर ईरान यह मानने को तैयार नहीं है। ईरान ने इस हमले के बाद इजरायल से बदला लेने की घोषणा कर दी है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा है कि हनिया को मार कर इजरायल ने अपने लिए कठोर सजा तय कर ली है। गौरतलब है कि, पिछले 9 महीनों से इजरायल और हमास के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है। ऐसे में हनिया की मौत के बाद सब की निगाहें इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की ओर जा रही है।
क्या कहा अयातुल्ला अली खामेनेई ने?
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने अपने एक्स पर एक बयान में कहा, “हम उसका बदला लेना अपना फर्ज समझते हैं। उन्होंने कहा कि हमास के चीफ इस्माइल हनिया हमारे घर में एक प्रिय अतिथि थे। इसके अलावा ईरान की ओर भी एक बयान समाने आया है, जिसमें कहा गया कि कि हमास नेता इस्माइल हनिया की बुधवार को तेहरान में तड़के सुबह एक हवाई हमले में मौत हो गई। उन्होंने इस हत्या के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया।
गौरतलब है कि, इस हत्या के बाद इजरायल और खाड़ी देशों के बीच संघर्ष बढ़ने का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, अमेरिका समेत कई अन्य देश एक क्षेत्रीय युद्ध को रोकने के लिए प्रयास कर रहे हैं। वहीं, हनिया के मौत पर अभी तक इजरायल का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। लेकिन 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इज़रायल पर हुए हमले के बाद इजरायल के पीएम ने हनिया और अन्य हमास नेताओं को मारने की कसम खाई थी।
ईरान में क्या कर रहा था हानिया?
ईरान की ओर से कहा गया कि इस्माइल हनिया तेहरान में ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तेहरान आए हुए थे। इसी दौरान रॉकेट पहले में इनकी हत्या कर दी गई। गौरतलब है कि इस्माइल हनिया हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो के प्रमुख थे. वे फ़लस्तीनी प्राधिकरण की 10वीं सरकार के प्रधानमंत्री था। इस बीच हनिया का निकनेम अबू-अल-अब्द है. हनिया का जन्म फलस्तीनी शरणार्थी शिविर में हुआ था। जहां इसराइल ने हनिया को साल 1989 में 3 साल के लिए क़ैद कर लिया था।
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