India Pakistan War: "मैंने जंग नहीं रुकवाई..." India-PAK मध्यस्थता पर ट्रंप का यू-टर्न

India Pakistan War:

India Pakistan War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए युद्धविराम को लेकर एक चौंकाने वाला यू-टर्न लिया है। पहले उन्होंने दावा किया था कि उनके प्रशासन ने दोनों देशों के बीच तत्काल और स्थायी युद्धविराम कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन अब उनका कहना है, कि "मैंने जंग नहीं रुकवाई, पर मैंने दोनों देशों को बातचीत की मेज पर लाने में मदद की।" इस बयान ने भारत-पाकिस्तान तनाव और अमेरिकी मध्यस्थता को लेकर नई बहस छेड़ पैदा कर दी है।  
 
ट्रंप का दावा और भारत का रुख
पिछले सप्ताह, ट्रंप ने दावा किया था कि उनकी मध्यस्थता के कारण भारत और पाकिस्तान ने 10 मई 2025 को पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई। उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा था कि उनके प्रशासन ने परमाणु युद्ध को टालने में मदद की। हालांकि, भारत ने इस बात को खारिज कर दिया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि भारत-पाकिस्तान के बीच कोई तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं हुई और यह मामला दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रूप से हल किया गया।  
 
अब ट्रंप का नया बयान
15 मई 2025 को व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने अपने पहले के दावों से पलटी मारते हुए कहा, "मैंने जंग नहीं रुकवाई, मैं यह नहीं कह रहा। लेकिन मेरे प्रशासन ने दोनों देशों को शांति की दिशा में बातचीत शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया।" उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए पर्दे के पीछे काम कर रही थी। इस बयान को कई विश्लेषकों के अनुसार ट्रंप का भारत के सख्त रुख के सामने झुकने के रूप में देखा गया ।  
 
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
भारत में ट्रंप के इस यू-टर्न ने राजनीतिक उत्पन्न कर दिया हैं। कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने कहा, "ट्रंप का यह बयान दिखाता है कि भारत अपनी संप्रभुता पर किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेगा।" वहीं, एनसीपी (SP) प्रमुख शरद पवार ने चिंता जताते हुए कहा कि यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत-पाकिस्तान मामले में इतनी सक्रियता दिखाई।  
पाकिस्तान की ओर से अभी तक इस नए बयान पर कोई आधिकारिक खबर नहीं आई है, लेकिन वहाँ की मीडिया में इसे ट्रंप की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, जो वैश्विक मंच पर अपनी छवि चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। 

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