केंद्रीय केबिनेट का MSP पर बड़ा फैसला, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को अगले 5 सालों के लिए जारी रखने की मिली मंजूरी

केंद्रीय केबिनेट का MSP पर बड़ा फैसला, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को अगले 5 सालों के लिए जारी रखने की मिली मंजूरी

Modi Cabinet Meeting: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को अगले 5 वर्षों के लिए जारी रखने की मंजूरी दे दी है। इसकी जानकारी खुद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आज बुधवार को दी है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने विपणन सीजन 2025-26 के लिए कच्चे जूट के एमएसपी को 5,650 रुपये प्रति क्विंटल मंजूर किया है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लिए लिया फैसला

मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए निर्णयों पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मिशन ने पिछले 10 वर्षों में ऐतिहासिक लक्ष्य हासिल किए हैं। उन्होंने बताया कि 2021-22 के बीच लगभग 12 लाख स्वास्थ्य कार्यकर्ता राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) में शामिल हुए। बता दें, भारत ने इस मिशन के तहत कोविड-19 महामारी से लड़ाई लड़ी।

कच्चे जूट की एमएसपी पर क्या फैसला लिया? 

केंद्र सरकार ने जूट किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। आज बुधवार को पीएम आवास पर हुई मोदी कैबिनेट की बैठक में 2025-26 सीजन के लिए जूट की एमएसपी को बढ़ाने को मंजूरी दी गई। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने विपणन सत्र 2025-26 के लिए कच्चे जूट के लिए 5,650 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य को मंजूरी दे दी। जो पिछले एमएसपी से छह प्रतिशत या 315 रुपये अधिक है। सरकार के इस फैसले से जूट किसानों खासकर बिहार, बंगाल और असम के किसानों को इसका फायदा होगा।

केंद्रीय मंत्रिमंडल का कहना है कि नया एमएसपी अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत पर 66.8 प्रतिशत का लाभ सुनिश्चित करता है। इससे उत्पादकों को लाभ होगा। सरकार ने कच्चे जूट का एमएसपी 2014-15 के 2,400 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2025-26 विपणन सत्र के लिए 5,650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जो 2.35 गुना वृद्धि है।

Leave a comment