
India-Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के तनाव ने एक बार फिर वैश्विक चिंताओं को बढ़ा दिया है। खासकर जब भारत ने पाकिस्तान की 'न्यूक्लियर चाल' और नागरिक उड़ानों (सिविल फ्लाइट्स) को ढाल बनाकर हमले की साजिश का पर्दाफाश किया। दोनों देशों के बीच के तनाव ने ने दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देशों को युद्ध के कगार पर ला खड़ा किया। जिसके बाद भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोवल और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान की इस खतरनाक रणनीति को अमेरिका के सामने उजागर किया, जिसके बाद अमेरिका ने तत्काल हस्तक्षेप कर सीजफायर लागू करवाया।
पाकिस्तान की 'न्यूक्लियर चाल' का पर्दाफाश
भारत ने खुफिया जानकारी के आधार पर दावा किया कि पाकिस्तान अपनी परमाणु हथियारों की तैनाती को लेकर खतरनाक कदम उठा रहा था। एक पोस्ट के तहत दावा किया 'भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तानी डिफेंस नेटवर्क पर हाई अलर्ट संदेशों को पकड़ा। जिससे अंदेशा हुआ कि पाकिस्तान को भारत के अगले टारगेट उनके न्यूक्लियर इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम रहा था।
भारत ने दावा किया कि पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियारों को सरगोधा के पास पहाड़ियों में छिपाने की कोशिश की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान की इस साजिश को बेनकाब कर दिया। जिसके बाद भारत ने सरगोधा के पास न्यूक्लियर हथियारों पर हमला बोला था। इसके बाद अमेरिका ने तत्काल युद्ध रोकने की अपील की।
नागरिक उड़ानों को बनाया ढाल
भारत ने यह भी खुलासा किया कि पाकिस्तान ने अपने सैन्य हमलों को छिपाने के लिए नागरिक उड़ानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल किया। एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो 'पाकिस्तान ने 08 मई को अपना हवाई क्षेत्र बंद नहीं किया और नागरिक विमानों को उड़ान भरने की अनुमति दी। जबकि उसने तुर्की निर्मित ड्रोन से भारतीय शहरों पर हमले किए।' ऐसे में भारत ने कहा कि करीब 300-400 ड्रोन नागरिक इमारतों, सैन्य ठिकानों, और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने के लिए भेजे गए।
अमेरिका का किया हस्तक्षेप
इस पूरी घटना के बाद NSA अजित डोवल और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी अधिकारियों को पाकिस्तान की इस खतरनाक रणनीति के बारे में जानकारी दी। Business Today की एक रिपोर्ट के अनुसार 'डोवल और जयशंकर की ब्रीफिंग के बाद अमेरिका इस बात पर सहमत हुआ कि पाकिस्तानी सेना नागरिक उड़ानों का इस्तेमाल भारतीय सेनाओं पर हमले के लिए कर रही थी। साथ ही, अमेरिका ने यह भी स्वीकार किया कि पाकिस्तान विश्व की सुरक्षा के लिए खतरा है।'
इसके बाद 10 मई को दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल्स ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMOs) ने हॉटलाइन पर बातचीत की और शाम 5 बजे से पूर्ण और तत्काल सीजफायर की घोषणा की।
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