
Rise In India-Canada Tension: भारत और कानाडा के बीच रिश्ते सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। एक तो पहले से ही दोनों देशों के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। अब आग में घी डालने का काम कानाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने किया है। मेलानी जोली ने कहा कि भारत के सभी राजनयिकों बर्खास्त कर देंगे अगर वो कनाडाई लोगों के जीवन को खतरे में डालेंगे।
मेलानी जोली ने जब पूछा गया कि क्या भारत के अन्य राजनयिक भी निष्कासित किए जाएंगे? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि कनाडा में भारत के सभी राजनयिक नोटिस पर हैं। उनमें से छह को निष्कासित कर दिया गया है। मेलानी ने कहा कि हम किसी भी राजनयिक को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो वियाना संधि का उल्लंघन करेगा।
भारत ने 6 कानाडाई राजनयिकों को किया है निष्कासित
इससे पहले भारत ने 14 अक्टूबर को कनाडा के 6 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था। साथ ही निष्कासित किए गए राजनयिकों को 19 अक्टूबर यानी शनिवार रात 12 बजे तक भारत छोड़ने का आदेश दिया था। इसके साथ ही भारत ने अपने 6 राजनयिकों को कनाडा से वापस बुलाने का फैसला किया है। भारत सरकार ने कहा है कि कनाडा में भारतीय राजनयिकों की जान को खतरा है। उनकी सुरक्षा में चूक हो सकती है।
क्या है भारत-कनाडा विवाद?
बता दें कि पिछले साल यानी 18 जून 2023 को खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या कनाडा में हुई थी। जिसके बाद कानाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया था। उन्होंने कहा था कि निज्जर की हत्या में भारत के खुफिया विभाग का हाथ है। जिसके बाद भारत ने जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को खारिज कर दिया था। इसके बाद दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ गए थे। उस वक्त भी भारत ने कानाडा के राजनयिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया था। हालांकि अब विवाद बढ़ता देख जस्टिन ट्रूडो अपने बयान से पलट गए हैं। उन्होंने कहा निज्जर की हत्या में भारत के हाथ होने के पुख्ता सबूत मेरे पास नहीं है।
Leave a comment