Health Tips: क्या आप भी नवरात्रि व्रत में करते हैं कुट्टू के आटे का सेवन? झेलनी पड़ सकती है ये परेशानियां

Health Tips: क्या आप भी नवरात्रि व्रत में करते हैं कुट्टू के आटे का सेवन? झेलनी पड़ सकती है ये परेशानियां

Health Tips: कुट्टू के व्यंजनों के बिना नवरात्रि उत्सव अधूरा है। इस प्रमुख हिंदू त्योहार के दौरान, लोग कुट्टू के आटे से बने व्यंजनों का सेवन करते हैं।नवरात्र का व्रत  खने वाले इस आटे की पूड़ियां, पराठे या चीला खाना पसंद करते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, कुट्टू उन खाद्य पदार्थों के समूह से संबंधित है जिन्हें आमतौर पर छद्म अनाज कहा जाता है। अपने नाम के बावजूद, यह गेहूं से संबंधित नहीं है और यह ग्लूटेन-मुक्त होता है। इसका सेवन करने से बॉडी में एनर्जी बनी रहती है इसके साथ ही ये वजन कम करने में भी सहायक होता है। 'कुट्टू का आटा' कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें मैग्नीशियम, विटामिन-बी, आयरन, कैल्शियम, फॉलेट, जिंक, कॉपर, मैग्नीज और फासफोरस अच्छी मात्रा में पाया जाता है। हालांकि इसका सेवन सेहत को कई नुकसान भी पहुंचा सकता है। आज हम आपको इसके नुकसान के बारे में बताएंगे।

एलर्जी : कुट्टू का सेवन सुरक्षित है, लेकिन कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है।

आईबीएस के मरीज :जो लोग इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) से पीड़ित हैं, उन्हें इसे पचाने में कठिनाई हो सकती है, इसलिए यह सिफारिश की जाती है कि बड़ी जटिलताओं से बचने के लिए उन्हें पहले थोड़ी मात्रा में कुट्टू के आटे का सेवन करना चाहिए।

उच्च कैलोरी :कुट्टू का आटा उच्च कैलोरी होता है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा हो सकता है, विशेषकर अगर इसका अत्यधिक सेवन किया जाता है या इसमें अन्य उच्च कैलोरी खाद्य पदार्थ जैसे तेल और चीनी का उपयोग किया जाता है।

फूड प्वाइजनिंग :कुट्टू का आटा सामान्य तौर पर एक महीने में खराब हो जाता है। अगर आप पुराने आटे का सेवन करेंगे तो फूड प्वाइजनिंग, गैस जैसी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इसलिए व्रत खत्म होने के बाद इसे बचाकर रखने के बजाय हमेशा फ्रेश आटे का इस्तेमाल करें।

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