Haryana News: बीजेपी और जेजेपी पर जमकर बरसे दीपेंद्र सिंह हुड्डा, ‘नौ साल में अब याद आई है’

Haryana News: बीजेपी और जेजेपी पर जमकर बरसे दीपेंद्र सिंह हुड्डा, ‘नौ साल में अब याद आई है’

चंडीगढ़: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुडा ने बीजेपी और जेजेपी को आड़े हाथों लिया। आज कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक चार जून को कांग्रेस के द्वार रोहतक होने वाली संत कबीर दास की जयंती मनाए जाने को लेकर कार्यकर्ताओं से तैयारियों को लेकर एक मीटिंग की।

बैठक के बाद वे मीडिया से रूबरू हुए। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह  ने जेजेपी और बीजेपी सरकार पर बेरोजगारी मंहगाई और भ्रष्टाचार को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने इस सरकार में प्रदेश में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर है जेजेपी और बीजेपी प्रदेश को लूटने में लगी हुई है। किस प्रकार से लूटने में लगे हुए इनके विधायक दादा गौतम बताते है किस प्रकार प्रदेश को लूट कर जिमने लग रहे है।

सीएम के पूर्व OSD पर जमीन घोटाले के आरोप लगे है।वहीं दीपेंद्र सिंह हुडा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के जन संवाद पर  निशाना साधा है।  दीपेंद्र सिंह हुडा ने  सीएम खट्टर के जन संवाद को जन अपमान करार दे दिया। हुडा ने कहा कि सीएम मनोहर का जन संवाद नहीं जन अपमान कार्यक्रम कहना चाहिए। उन्होंने नौ साल में हरियाणा के गांव की याद नही आई। उन्होंने पहले क्यों नहीं किए लोगो से संवाद अब चुनावी वर्ष है लोगो से वोट लेने के लिए  नौ साल बाद जनता की  याद आई है।

सीएम खट्टर चुनावी वर्ष में क्यों लोगों के बीच जा रहे वे कांग्रेस और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बढ़ते वर्चस्व से घबरा गए।एक दलित बुजुर्ग महिला से कहना किसी के सिखाई हुई,किसी बोल रहे तू किसी पार्टी से पिटाई करो,जज का दिमाग खराब हो गया। यह बोल एक अंहकारी के है  वे अहंकार में दिखाई दे रहे है।

वहीं डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला द्वारा जेजेपी के विधायको को लिस्ट कांग्रेस से मांगे जाने पर भी हुडा ने कहा हरियाणा में जेजेपी का कोई जनाधार बचा नही है। पिछले दिनों बीजेपी और जेजेपी ,आप से 23 पूर्व विधायक और बड़े नेता कांग्रेस में शामिल हुए है। यह शुरुवाती रुझान है आगे कौन आएगा,इसकी जानकारी समय समय पर देंगे। जब दुष्यंत चौटाला किसी अपने विधायक के हल्के में जाते है तो उनके विधायक ही उनके कार्यक्रम में नहीं पहुंचते। उनकी पार्टी का जनाधार हाशिए पर पहुंच गया। उन्होंने जनता से विश्वासघात किया उन्होंने जुमना पार फिर बना दी बीजेपी की सरकार।

पहले इनके मतदाता विश्वासघात किया,फिर किसान से,बुजुर्ग के 5100 रुपए पेंशन को लेकर विश्वासघात और अब देश के खिलाड़ियों के साथ विश्वासघात किया है। यह कह रहे उनके विश्वास में विधायक नही है उसकी जानकारी हम दे। आने वाले में समय में एक भी सीट जेजेपी की नहीं आएगी।कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तरह लोग देख रहे है,हिमाचल और कर्नाटक तो अभी झांकी है हरियाणा में पूरी फिल्म दिखानी बाकी है।

खिलाड़ियों के धरने को लेकर ब्रज भूषण द्वारा दीपेंद्र हुडा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा का हाथ होने के आरोपों को लेकर कहा कि किस प्रकार से बीजेपी ने नेता और मंत्री छेड़छाड़ और गलत नजर रखते है। खिलाड़ियों के साथ न्याय की मांग करना गलत मैं कहता हूं हम खिलाड़ियों के साथ है। खिलाड़ियों बेटियो का मान सम्मान देश का मान सम्मान है हर नागरिक का मान सम्मान है। किसी बेटी के मान सम्मान को आंच आती है उनकी आवाज उठाना राज धर्म है।

इन खिलाड़ियों और एक नाबालिग खिलाड़ी को न्याय दिलवाने में यह सरकार सक्षम नहीं हुई है। यह तीन महीने तक यह महिला खिलाड़ी ठोकर खाती थी उसके बाद उच्चतम न्यायालय ने आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने FIR तक दर्ज नहीं की वही खेल मंत्रालय ने तो तीन महीने तक FIR तक दर्ज नहीं होने दी। सरकार की नियत नही है।

हरियाणा के खेल मंत्री को बचाने के लिए सीएम ने खड़े होकर कह दिया कि उन्हें केबिनेट से नहीं हटाया जा सकता। वे केबिनेट में रहेंगे उन्हे नहीं हटाया जा सकता। कौन सा पुलिस का अधिकारी है जो उनके खिलाफ कार्यवाही और जांच कर सकता है। भाजपा का घमंड सातवें आसमान में पहुंच गया है। 

आज भाजपा के मंत्री और सांसद इस तरह के गलत छेड़छाड़ के आरोप लगते है उसे राजनीतिक मुद्दा बना कर बचाने का काम किया जा सकता।अगर उन खिलाड़ियों के न्याय दिलवाने में खड़े होने कोई आरोप लगा रहा उसको हम स्वीकार करेंगे अगर कोई नाम लेकर है। मुद्दे को भटकाने के लिए किसान आंदोलन,पंजाब तक और कनाडा तक पहुंच गए पहले वे एक हरियाणा और एक जाति का आरोप लगा रहे थे। जिस पर चालीस मुकदमे चल रहे वे अपने आप को बचाने को।लेकर बात कह रहे है।हम उनको न्याय दिलावने में साथ है खड़े है।

नई संसद का उद्घाटन में 19 विपक्षी दल नहीं जा रहे के सवाल पर कहा कि संसद का निर्माण कार्य पूरा हुआ नही उससे पहले ही उद्घाटन किया जा रहा है। अभी गेट बनकर तैयार नहीं हुए जो इसे बना रही कंपनी उसके अनुसार भी अभी पूरा तैयार नहीं हुआ है। राजनीतिक कारणों से किया जा रहा है। इस तरह के संवैधानिक उद्घाटन राष्ट्रपति करता है संसद में अभिभाषण राष्ट्रपति के बाद प्रधान मंत्री जबाव देते है यह परम्परा शुरू से चली आई है। सभी विपक्षी पार्टी ने नहीं जाने का फैसला लिया है। 

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