
Haryana News: हरियाणा के चरखी दादरी में पेरिस ओलंपिक से स्वदेश लौटी महिला पहलवान विनेश फोगाट का अपने दादरी जिले में पहुंचने पर देर रात तक जगह-जगह स्वागत हुआ। इस दौरान जहां ग्रामीणों का जनसैलाब उमड़ा वहीं खापों के अलावा सामाजिक संगठनों ने भी बेटी का स्वागत करते हुए सम्मानित किया। देर रात तक विनेश का कांरवा लगातार जारी रहा।
इस दौरान भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने कहा, "यह ओलंपिक पदक एक गहरा घाव बन गया है। इसे भरने में समय लगेगा लेकिन मैं अपने देश के लोगों को धन्यवाद देना चाहती हूं। मैं अभी कुछ नहीं कह सकती कि मैंने (कुश्ती) छोड़ दी है या जारी रखूंगी। हमारी लड़ाई खत्म नहीं हुई है। मैं अभी इसका (लड़ाई का) एक हिस्सा पार करके आई हूं। यह एक लंबी लड़ाई है, हम पिछले एक साल से इसे लड़ रहे हैं और यह जारी रहेगी।"
फूल-मालाओं से ग्रामीणों ने किया स्वागत
विनेश फोगाट सुबह दिल्ली एयरपोर्ट से अपने गांव बलाली के लिए निकली थी। लोगों की भीड़ ने जज्बे के साथ विनेश का जगह-जगह स्वागत किया। जिसके चलते विनेश करीब 12 घंटे बाद चरखी दादरी में पहुंची। विनेश के प्रति लोगों ने प्यार से नारेबाजी की और बेटी के सम्मान में जगह-जगह ग्रामीणों ने फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया।
कुश्ती के फाइनल में पहुंचकर विनेश रचा इतिहास
बता दें कि विनेश के मायका गांव बलाली में बेटी के स्वागत को लेकर देशी घी के व्यंजनों के साथ स्वागत की पूरी तैयारियां की गई थी। विनेश ने दादरी जिला के गांव इमलोटा में प्रवेश किया तो इसी दौरान जिलेभर की खापों के अलावा सामाजिक संगठनों संग मिलकर ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया। ग्रामीणों ने बताया कि बेटी विनेश ने पेरिस ओलंपिक के दौरान फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा है।
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