HARYANA NEWS: ‘पहले पाकिस्तान, अब बांग्लादेश भी भारत का दुश्मन’ अनिल विज का बड़ा बयान

HARYANA NEWS: ‘पहले पाकिस्तान, अब बांग्लादेश भी भारत का दुश्मन’ अनिल विज का बड़ा बयान

HARYANA NEWS: अरावली पर्वत श्रृंखला को लेकर जहां केंद्र सरकार ने एक नया फैसला दिया है कि अब इसमें नई खनन की कोई इजाजत नहींहोगी। साथ ही पुराने खनन में भी विस्तार होगा। इसको लेकर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अरावली पर्वत श्रृंखला विश्व की सबसे बड़ी पर्वत श्रृंखला है। जो 600 किलोमीटर के करीब लंबी है और हरियाणा सहित कई राज्यों में होती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक फैसला दिया है कि यहां पर नई खनन की इजाजत नहीं होगी।

अनिल विज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट क्या आदेश में लोगों को काफी कंफ्यूजन हो गया था। लेकिन अब केंद्र सरकार के फैसले के बाद या कंफ्यूजन दूर हो गई है। उन्होंने कहा कि 600 किलोमीटर पर्वत श्रृंखला को जो तीन-चार राज्यों से होकर गुजरती है बचाया जाएगा। कांग्रेस द्वारा अरावली पर्वत को लेकर ब्यानबाजी पर अनिल विज ने कहा कि यह फैसला सुप्रीम कोर्ट का है इसमें सरकार क्या कर सकती है और विपक्ष को पहले यह फैसला अच्छी तरह पढ़ लेना चाहिए उसके बाद ही कुछ बोलना चाहिए विज ने कहा की जो फैसला केंद्र सरकार ने दिया है वह खुद भी उसका स्वागत करते हैं विज ने कहा पर्यावरण प्रेमियों को भी इस फैसले का स्वागत करना चाहिए !

वहीं बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर अनिल विज ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बांग्लादेश को हिंदुस्तान ने ही बनाया था। उन्होंने कहा कि पहले एक दुश्मन पाकिस्तान था अब बांग्लादेश भी दुश्मन हो गया कुछ राजनीति भूल हुई है। उस समय 90,000 सैनिक पकड़े गए थे और अगर तत्कालीन सरकार चाहती तो पाकिस्तान से कोई भी समझौता कर सकते थे। जिसमें हम अपना पीओके भी ले सकते थे उन सैनिकों के बदले में। लेकिन नहीं लिया।

पीओके का मसाला आज भी वहीं खड़ा हुआ है- अनिल विज

अनिल विज ने कहा कि पीओके का मसाला आज भी वहीं खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि कि इसी तरह हम अगर चाहते तो बांग्लादेश को भी ले सकते थे लेकिन अंतरराष्ट्रीय मत को देखते हुए ऐसा नहीं किया। परंतु बांग्लादेश में एक भूभाग ऐसा है जो सीधा चीन को चला जाता है। वह भाग हमें लेना चाहिए था। विज ने शायराना अंदाज में कहा खाता लम्हो ने की हैं सजा सदियों ने पाई।

 

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