
PF Withdrawal: भारत जैसे देश में ज्यादातर लोग रिटायरमेंट फंड को लेकर गंभीर नहीं हैं। पेंशन की व्यवस्था पर अधिकतर लोग तो बात ही नहीं करते, क्योंकि वह इसके प्रति न तो जागरूक है और न ही उन्हें इसकी पूरी जानकारी है। रिटायरमेंट फंड और पेंशन को लेकर सबसे ज्यादा उदासीनता तो प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों में देखने को मिलता है। बता दें कि प्राइवेट नौकरी वालों के लिए PF का अमाउंट एक बड़ा सहारा होता है। छोटी-छोटी राशि हर महीने जुड़कर एक बड़ा फंड बन जाता है। नौकरी छूट गई तो PF के पैसे से आर्थिक चुनौतियां थोड़ी कम हो जाती हैं।
परिवार में कोई बीमार है, कर्ज लेने से अच्छा है कि PF का पैसा निकालकर इलाज करवा लें। बच्चों की पढ़ाई या शादी में पैसे कम पड़ रहे हैं, तो PF अकाउंट से निकाल लेते हैं। घर खरीदना है, पीएफ खाते में सालों से पड़ी जमा पूंजी को निकाल लेते हैं। देश में ज्यादातर मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए PF के पैसे मौजूदा दौर में सबसे ज्यादा इन्हीं कामों में इस्तेमाल हो रहे हैं। वहीं. इसे लेकर सरकार ने नया कदम उठाया है।
PF को लेकर क्या होंगे बदलाव
PF को लेकर सरकार का कहना है कि कुछ महीने के बाद से आप चुटकी में पीएफ फंड को निकाल सकते हैं और ये प्रक्रिया आसान हो जाएगी। EPFO खातों को UPI और ATM से लिंक कर दिया जाएगा। ये सबकुछ मार्च 2026 तक पूरा होने की संभावना है। PF निकालने की प्रक्रिया को आसान बनाना अच्छी बात है, क्योंकि लोगों को अभी भी PF अमाउंट निकालने में परेशानी होती है। सरकार का कहना है कि जिस तरह से लोग अपने बैंक खाते से पैसे निकालते हैं, ठीक उसी तरह की PF फंड को निकाल सकेंगे।
सेविंग ऑप्शन को लेकर उठे सवाल
तुरंत PF निकासी की सुविधा लागू होते ही कोई भी अपने आपको PF अमाउंट आसानी से निकाल सकेगा। चाहे, जिनके पीएफ अकाउंट में 10 लाख रुपये जमा हो या फिर 10 हजार। मोबाइल खरीदना और शॉपिंग जैसे काम के लिए भी लोग बेधड़क PF से पैसे निकालने लग जाएंगे। आदत इतनी बिगड़ सकती है कि सैलरी की तरह ही जैसे ही हर महीने PF अकाउंट में अमाउंट डिपॉजिट होगी, कुछ दिनों के बाद खुद जाकर निकाल लेंगे।
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