Georgia Protests: जॉर्जिया की राजधानी त्बिलिसी में शनिवार, 4 अक्टूबर को सरकार के विरोध में हजारों प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर हंगामा कर दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ हिंसक झड़प हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कंट्रोल में करने के लिए वाटर कैनन, पेपर स्प्रे और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। वहीं, कुछ प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़कर राष्ट्रपति भवन परिसर के अंदर जाने की कोशिश की, जिसके बाद स्थिति और भी खराब होती चली गई।
सरकार ने लगाया ये आरोप
देश में स्थानीय निकाय चुनाव के खिलाफ ये विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इनका अधिकांश विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया, जो यूरोपीय संघ (EU) समर्थक हैं। जॉर्जिया की वर्तमान सरकार ने यूरोपीय संघ पर देश में दंगे भड़काने के आरोप लगाए हैं। पीएम इराकली कोबाखिद्जे ने कहा कि यूरोपीय संघ के झंडे के साथ दंगाइयों ने प्रेसिडेंशियल पैलेस के बाहर बैरिकेड्स में आग लगा दी। उन्होंने यूरोपीय संघ के राजदूत पर जॉर्जिया में संवैधानिक व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश में प्रदर्शनकारियों की मदद करने का आरोप लगाया है।
क्या है प्रदर्शन का कारण?
जॉर्जिया पिछले साल के संसदीय चुनावों के बाद से ही राजनीतिक संकट के दौर से गुजर रहा है। विपक्ष ने सत्तारूढ़ जॉर्जियन ड्रीम पार्टी पर चुनावों में धांधली का आरोप लगाया। देश में संसदीय चुनावों की निगरानी करने के लिए नियुक्त किए गए इंटरनेशनल ऑब्जर्वर्स ने भी जॉर्जियन ड्रीम पार्टी की जीत को अनियमितताओं, हिंसा और धमकियों के कारण दोषपूर्ण करार दिया था। इसके बाद पीएम इराकली कोबाखिद्ज़े के नेतृत्व वाली सरकार ने ईयू में शामिल होने की वार्ता को स्थगित कर दिया, जिससे जनता का गुस्सा भड़क गया।
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