इस वेरिफिकेशन प्रोग्राम को पहले कुछ ही चयनित कंपनियों के लिए जारी किया किया जाएगा। हालांकि बाद में अन्य यूजर्स के लिए भी ये सुविधा उपलब्ध होगी। अगर कोई कंपनी जल्दी इस वेरिफिकेशन प्रोग्राम को चाहती है तो उसके लिए उस कंपनी को एक फॉर्म भरना होगा। ऐसे में जो कंपनी योग्य होगी उसे वेटलिस्ट में शामिल किया जाएगा।
ट्विटर ने अपने एक ब्लॉग पोस्ट में नए वेरिफिकेशन प्रोग्राम की जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि जब कंपनियां वेरिफिकेशन को सब्सक्राइब करती हैं तो वो कितने भी बिजनेस ब्रांड्सया एफिलिएट इंडिविजुअल्स को अकाउंट में ऐड कर सकते हैं। सहबद्ध अकाउंट पर पैरेंट कंपनी का एक मार्क भी दिखाई देगा। पैरेंट कंपनी की प्रोफाइल फोटो अकाउंट के वेरिफाइड टिक मार्क के आगे दिखेगी।
ट्विटर ने बताया है कि ट्विटर ब्लू रोलआउट को वो एक ऑर्गेनाइजेशन के एक्सपीरिएंस को बढ़ाने और ब्रांड को अलग दिखाने के अवसर के तौर पर देख रहे हैं। ब्लॉग में आगे कहा गया है कि ऑर्गेनाइजेशन सब्सक्राइबर उनसे जुड़े अकाउंट्स को ऐड कर सकता है। इससे अकाउंट के ब्लू या गोल्ड टिक के सामने पैरेंट कंपनी की प्रोफाइल फोटो का स्क्वायर बैज दिखेगा।
इससे दूसरे यूजर्स जान पाएंगे कि वो अकाउंट किसी कंपनी से जुड़ा है या नहीं। नए वेरिफिकेशन प्रोसेस को लेकर बताया गया है कि ऑर्गेनाइजेशन लीडरशिप, ब्रांड्स, सपोर्ट हैंडल्स, कर्मचारी या टीम को एफिलिएट कर सकते हैं।
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