Donal Trump: रूसी राष्ट्रपति से फोन पर बात कर, ट्रंप ने व्लादिमीर पुतिन को बताया सज्जन पुरुष

Donal Trump: रूसी राष्ट्रपति से फोन पर बात कर, ट्रंप ने व्लादिमीर पुतिन को बताया सज्जन पुरुष

US President Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ लगभग ढाई घंटे की लंबी  बातचीत की, जिसमें रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए मध्यस्थता की संभावनाओं पर जोर दिया गया। इस बातचीत के बाद ट्रंप ने पुतिन को एक सज्जन व्यक्ति करार देते हुए कहा- "हमसे जो हो सकता है, हम कर रहे हैं। मेरी पुतिन से अच्छी बात हुई, और मुझे लगता है कि चीजें ठीक हो रही है। यह बयान वैश्विक शांति की दिशा में ट्रंप की सक्रियता को दिखाता है।
 
बैठक की पहल और चुनौतियां
ट्रंप ने इस बातचीत में युद्धविराम के लिए अमेरिका को प्रस्ताव दिया, लेकिन खबरों के अनुसार, पुतिन ने इसे स्वीकार करने में अनिच्छा जताई। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे लड़ाई में क्षेत्रों पर मिसाइल हमलों को लेकर ट्रंप ने पहले भी पुतिन की आलोचना की थी। अप्रैल 2025 में उन्होंने पुतिन से नागरिक इलाकों पर हमले रोकने की अपील की थी और युद्ध क्षेत्र में फंसे यूक्रेनी सैनिकों की सुरक्षा की भी मांग की थी। हाल ही में ट्रंप का रुख पुतिन के प्रति उतार-चढ़ाव भरा रहा है। जहां जनवरी में पुतिन ने ट्रंप को "स्मार्ट और प्रैक्टिकल" बताया था। वहीं अप्रैल में ट्रंप ने पुतिन के युद्ध रणनीति पर सवाल खड़े कर दिेए थे।
 
विश्व शांति की दिशा में प्रयास
ट्रंप की यह पहल विश्व शांति के हित में मानी जा रही है। हाल ही में उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉं और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से भी मुलाकात की थी। जिसके बाद से  ट्रंप का यह कूटनीतिक दृष्टिकोण के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है, लेकिन रूस की अनिच्छा एक बड़ी बाधा है। ट्रंप ने अपने बयान में यह भी साफ कहा कि "हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। विश्व शांति हमारा लक्ष्य है, और इसके लिए सभी पक्षों को एक साथ रहना होगा।"
 
जिसके बाद से व्हाइट हाउस ने इस बातचीत को सही करार दिया है, लेकिन जानकारों का कहना है कि रूस और यूक्रेन के बीच तनाव कम करना इतना आसान नहीं होगा। ट्रंप की मध्यस्थता की कोशिशें भविष्य में और कोई और भी राह पकड़ सकती हैं, लेकिन पुतिन की ओर से ठोस अभी भी प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है। वैश्विक समुदाय इस स्थिति पर नजर बनाए हुए है। क्योंकि इसका असर न केवल यूरोप, बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ सकता है।

Leave a comment