
Delhi Yamuna River Danger Mark: दिल्ली एक बार फिर यमुना नदी के उफान की चपेट में है। यमुना बाजार इलाके में स्थित मोनेस्ट्री मार्केट में एक बार फिर यमुना नदी के उफान ने तबाही मचाई है। सोमवार देर रात से शुरू हुई भारी बारिश और हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी ने यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर दिया। मंगलवार शाम तक जलस्तर 206.4 मीटर तक पहुंच गया, जिसके चलते निचले इलाकों में पानी घुस गया और करीब 10,000 लोगों को विस्थापित होना पड़ा।
इसके अलावा जिसके चलते मोनेस्ट्री मार्केट और आसपास के निचले इलाकों में पानी भर गया। सड़कों पर घुटनों तक पानी, दुकानों में सामान की बर्बादी और स्थानीय लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। वहीं, दिल्ली प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी करते हुए निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
बाढ़ ने मचाई तबाही
मालूम हो कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने यमुना नदी के जलस्तर को तेजी से बढ़ाया। हथिनीकुंड बैराज से सोमवार को 3 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया, जो 36 से 48 घंटों में दिल्ली पहुंचा। इस वजह से यमुना बाजार, कश्मीरी गेट और मोनेस्ट्री मार्केट जैसे निचले इलाकों में पानी भरना शुरू हो गया। सड़कें जलमग्न हो गईं, दुकानों और घरों में पानी घुस गया, जिससे सामान्य जनजीवन ठप हो गया।
मोनेस्ट्री मार्केट में भारी बारिश
बता दें, मोनेस्ट्री मार्केट कश्मीरी गेट ISBT के पास एक व्यस्त व्यापारिक केंद्र है। जहां सैकड़ों दुकानें और गोदाम हैं। मंगलवार सुबह जैसे ही पानी गलियों में घुसा, दुकानदारों में हड़कंप मच गया। कई दुकानदारों ने बताया कि 2023 की बाढ़ की यादें फिर ताजा हो गईं, जब यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया था। इस बार भी दुकानदारों ने अपने सामान को गोदामों और ऊंचे स्थानों पर शिफ्ट करने की कोशिश की, लेकिन तेजी से बढ़ते पानी ने उन्हें मौका नहीं दिया।
मोनेस्ट्री मार्केट की गलियों में पानी का स्तर घुटनों तक पहुंच गया। कई दुकानों के ग्राउंड फ्लोर पर पानी भर गया, जिससे इलेक्ट्रॉनिक सामान, कपड़े और अन्य कीमती वस्तुओं को भारी नुकसान हुआ। स्थानीय निवासियों को नावों के सहारे सामान निकालना पड़ा, जबकि कुछ लोग छतों पर रात गुजारने को मजबूर हुए। यमुना बाजार के करीब 400 घरों में पानी घुस गया, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
दिल्ली सरकार ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को यमुना बाजार और मोनेस्ट्री मार्केट का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा 'हमने स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों में राहत शिविर स्थापित किए हैं।' दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने निचले इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। 34 नावें तैनात की गई हैं, और दिल्ली पुलिस ने यमुना किनारे के इलाकों में बैरिकेडिंग कर आवाजाही को प्रतिबंधित किया है।
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