
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली सांसद खेल महोत्सव को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, "अभी मैं इस प्रतियोगिता के कुछ प्रतिभागी खिलाड़ियों से बात कर रहा था। उनका जोश, उनका जज्बा, उनका उत्साह, उनके शब्दों में मुझे भारत के सामर्थ के दर्शन हो रहे थे। जो विश्वास मुझे इन खिलाड़ियों के भीतर दिख रहा था, आज भारत के करोड़ों युवा उसी विश्वास से भरे हुए हैं। इसलिए स्टार्ट-अप्स, स्पेस, साइंस और स्पोर्ट्स, भारत के युवाओं ने हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा किआज मैं देश के हर खिलाड़ी से कहना चाहता हूं। आप केवल अपनी जीत के लिए नहीं खेल रहे हैं। आप देश के लिए खेल रहे हैं, आप तिरंगे के मान-सम्मान के लिए लिए खेल रहे हैं। मेरा हर माता-पिता से भी निवेदन है, अपने बच्चों को खेलने के लिए प्रेरित कीजिए, खेलने के लिए अवसर दीजिए। क्योंकि खेल केवल सीखने का हिस्सा नहीं है। खेलना स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मस्तिष्क की भी अनिवार्य शर्त है।
आज सांसद खेल महोत्सव एक जनांदोलन बन चुका है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा किआज सांसद खेल महोत्सव एक जनांदोलन बन चुका है। देश भर में 290 से अधिक सांसदों के इस कार्यक्रम का योजना करना, लाखों नौजवानों को जोड़ना और 1 करोड़ से ज्यादा युवा खिलाड़ियों द्वारा इसमें पंजीकरण करवाना, देश के हर कोने की हिस्सेदारी है। शहरों से लेकर गांव तक हर पृष्ठभूमि के युवाओं की सहभागिता है। ये दिखाता है कि इसका स्केल कितना बड़ा है। काशी का सांसद होने के नाते मैं अपने संसदीय क्षेत्र में इस खेल आयोजन से बहुत करीब से जुड़ा रहा। मुझे ये देख कर खुशी होती है कि युवाओं ने सांसद खेल महोत्सव के मंच के जरिए नए-नए कीर्तिमान गढ़े हैं। इस साल भी कई हफ्तों तक चले इस विशाल आयोजन ने युवाओं के लिए एक मजबूत मंच का काम किया है। अनेक दिव्यांग खिलाड़ियों को भी इसमें आगे बढ़ने का मौका मिला है। मैं सभी खिलाड़ियों को और देश के युवाओं को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
आज खेलों में अवसर सीमित नहीं, असीमित अवसर हैं- पीएम मोदी
सांसद खेल महोत्सव को वर्चुअली संबोधित करते पीएम मोदी ने कहा, "आज खेलों में अवसर सीमित नहीं, असीमित अवसर हैं। आज देश में एक ऐसा इकोसिस्टम बना है जहां खिलाड़ियों का सेलेक्शन पहुंच के आधार पर नहीं, परिचय के आधार पर नहीं, पहचान के आधार पर नहीं, आज खेल को मैदान से लेकर बाहर देखना हो, तो प्रतिभा के आधार पर होता है। 2014 से पहले खेल विभाग में टीम सेलेक्शन में और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर में खेलों के नाम पर जो गड़बड़ी होती थी, आज वो सब बंद हो चुकी है। गरीब से गरीब परिवार का बच्चा भी आज कम उम्र में ही शिखर तक पहुंच सकता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी "सांसद खेल महोत्सव" को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा, "अब हमें ग्लोबल स्पोर्ट्स इवेंट्स से टेबल टॉप करने को अपना टारगेट बनाना है। आने वाले समय में भारत बड़े-बड़े खेल आयोजनों की मेज़बानी करने जा रहा है। 2030 में भारत अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित करेगा। तब पूरी दुनिया की नजर भारत पर होगी। आप जैसे युवा खिलाड़ियों के लिए ये एक बड़ा मौका होगा। यही नहीं, 2036 में स्पोर्ट्स के सबसे बड़े आयोजन यानी ओलंपिक्स की मेज़बानी के लिए भी भारत प्रयासरत है। 2036 में भारत का प्रतिनिधित्व वो युवा करेंगे जो आज 10 या 12 साल के हैं। हमें अभी से उन्हें तलाशना है, तराशना है और राष्ट्रीय पटल पर उसे लेकर आना है। सांसद खेल महोत्सव इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है।
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