भारत में फिर एक बार बढ़ा कोरोना का खतरा, इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आजमाएं ये योग-प्राणायाम

भारत में फिर एक बार बढ़ा कोरोना का खतरा, इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आजमाएं ये योग-प्राणायाम

Covid-19 Prevention: क्या फिर एक बार लॉकडाउन लगने वाला हैं? दरअसल,कोरोना वायरस एक बार फिर वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन गया है। हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड और चीन में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहें  हैं। जिसके बाद अब भारत के 11 राज्यों में भी इसका नया वैरिएंट JN.1 फैल रहा है। WHO ने JN.1 को "वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट" के रूप में विभाजित किया है, जो ओमिक्रॉन के BA.2.86 सब-लाइनेज से पैदा हुआ है। इस वैरिएंट में 30 से अधिक म्यूटेशन हैं, जो इसे अधिक संक्रामक बनाते हैं और टीकों या पहले के संक्रमण से मिली इम्यूनिटी को चकमा देने के काबिल हैं। कोविड का ये नया वैरिएंट JN.1 कितना खतरनाक है, ये तो जांच के बाद पता चलेगा लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं, खासकर उन लोगों के लिए, जो पहले से ही बीमारियों की गिरफ्त में हैं । बेशक कोराना अब उतना घातक नहीं रहा लेकिन सावधानी तो जरूरी है।
 
योगा से सब होगा...
हालांकि JN.1 से गंभीर बीमारी का जोखिम कम है, लेकिन कोविड पहले से ही  बिमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए खतरनाक हो सकता हैं,जैसे हृदय और फेफड़ों से संबंधित समस्याएं, अभी भी चिंता का विषय हैं। कोविड के बाद से लोगों की इम्यूनिटी काफी ज्यादा कमजोर हुई है। ऐसे में हम सभी के सावधानी से रहने की जरूरत है। लेकिन आपको डरने की जगह योग को अपने डेली रूटीन में शामिल कर चाहिए क्योंकि योगा से ही सब होगा। इससे आपकी इम्यूनिटी स्ट्रांग होगी। तो चलिए आज से शरीर के सभी अंगों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए योगा करने की कसम खाते हैं।
 
कौन सी योगा इम्यूनिटी के लिए हैं सही?
कोविड के दौरान शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग एक प्रभावी उपाय है। जैसे प्राणायाम, अनुलोम-विलोम और कपालभाति, फेफड़ों की क्षमता बढ़ाकर ऑक्सीजन स्तर सुधारते हैं। भुजंगासन और सेतुबंधासन रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं और तनाव कम करते हैं। सूर्य नमस्कार पूरे शरीर को सक्रिय कर इम्यूनिटी बढ़ाता है। नियमित योग और ध्यान से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य मजबूत रहता है, जो वायरस से लड़ने में मदद करता है।
 

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