
CM Yogi Adityanath On AMU: सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविधालय के अल्पसंख्यक दर्जे को बरकार रखने का आदेश दिया गया था। अब इस फैसले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान सामने आया है। अलीगढ़ के कैर विधानसभा में एक सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि जो देश के पैसे से चलता है वो सिर्फ अल्पसंख्यों का सिर्फ कैसे हो सकता है?गौरतलब है कि AMU के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के 7 जजो की बेंच ने 4-3 से फैसला सुनाया था। उन्होंने AMU के अल्पसंख्यक दर्जे को बरकार रखते हुए एक पैनल बनाने का निर्देश दिया था, जो यह तय कर पाए कि अल्पसंख्यक दर्जे किसे मिल सकता है? हालांकि, सीएम के इस बयान के बाद एक नई चर्चा शुरु हो गई है कि क्या सरकार खुद कानूनी रुप से इसे खत्म करेगी?
सीएम योगी ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री ने कहा याद करिए ये कैसे हो सकता है कि भारत के संसाधनों से चलने वाला भारत की जनता के टैक्स से चलने वाली एक ऐसा संस्था अनुसूचित जाति-जनजाति और पिछड़ी जाति के लोगों को कोई आरक्षण नहीं देती है। लेकिन, वहां पर मुसलमानों के लिए 50 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था वे लोग स्वयं के माध्यम से करने का प्रयास करते हैं और यही मामला चल रहा है।संविधान में अनुसूचित जाति, जनजाति को और मंडल कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर पिछड़ी जाति के लोगों को आरक्षण की सुविधा देता है। लेकिन, इस सुविधा मुस्लिम विश्वविद्यालय में क्यों नहीं मिल पाती है? क्यों नहीं मिल पाती है जब भारत का पैसा लगा है? अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति के लोगों को भी वहां आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। नौकरी में भी मिलना चाहिए. इस दौरान उन्होंने एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे पर जमकर प्रहार किए।
लोगों से पूछी राय
सीएम योगी ने जनसभा को संबोधित करते हुए एएमयू को लेकर कहा कि जो देश के पैसे से चलता है वह सिर्फ अल्पसंख्यकों के लिए कैसे हो सकता है? उन्होंने कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय ने अलीगढ़ के विश्वविद्यालय को लेकर संकेत दिए है आप बताइए एएमयू अल्पसंख्यक विश्वविद्यालय बनाना चाहिए? अल्पसंख्यक संस्था के रूप में स्थापित करना चाहिए या एक सामान्य संस्था के रूप में रहनी चाहिए।
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