चीन पर मेहरबान हुआ ट्रंप, टैरिफ रेट लागू करने के लिए 90 दिन की दी मोहलत

चीन पर मेहरबान हुआ ट्रंप, टैरिफ रेट लागू करने के लिए 90 दिन की दी मोहलत

Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जहां भारत पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लागू कर दिया है और आने वाले दिनों में इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने वाले हैं, वहीं, चीन पर मेहरबान नजर होते हुए आ रहे हैं। ट्रंप ने चीन को नए टैरिफ रेट लागू करने के लिए 90 दिन की मोहलत दी है और वह बातचीत के जरिए बीच का रास्ता निकालना चाहते हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर चीन के लिए ट्रंप की इस दरियादिली की वजह क्या है?

चीन पर ट्रंप क्यों मेहरबान?

चीन वैसे तो अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापारिक प्रतिद्वंदी है और दोनों देशों के बीच लंबे समय से ट्रेड वॉर चल रहा है, लेकिन चीन पर टैरिफ लगाने के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति अब तक मेहरबान नजर आ रहे हैं। इसकी अहम वजह दुर्लभ खनिजों को माना जा रहा है, जिनके लिए अमेरिका बहुत हद तक चीन पर निर्भर रहता है। इस साल की शुरुआत में बीजिंग ने इस सेक्टर में अपने प्रभुत्व का फायदा उठाते हुए ट्रंप के टैरिफ का जवाब भी दिया था और साथ ही सात रेयर अर्थ प्रोडक्ट्स के निर्यात पर पाबंदी लगा दी थी। इन प्रतिबंधों ने वैश्विक निर्माताओं और वाहन निर्माताओं के लिए मुश्किलें पैदा कर दी।

चीन ने किया मजबूर

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन पर टैरिफ लगाने के लिए कई बार बयान दिए, लेकिन इन योजनाओं को पूरी तरह से लागू नहीं किया जा सका। चीन ने इन रेयर अर्थ मैटेरियल पर प्रतिबंध को एक आर्थिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है और इस मामले में अब तक बीजिंग की रणनीति कारगर भी रही है। अमेरिका को अपने फाइटर जेट्स के लिए खनिजों की जरूरत होती है और इसलिए चीन के दबाव ने ट्रंप को झुकने के लिए मजबूर कर दिया है।

अमेरिका कई सेक्टर्स में चीन पर निर्भर 

रेयर अर्थ मैटेरियल  के अलावा अमेरिका बाकी कई सेक्टर्स में चीन पर निर्भर करता है। सेमीकंडक्टर से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और तकनीकी के मामले में अमेरिकी कंपनियां चीन पर निर्भर करती हैं। ऐसे में अमेरिका किसी भी कीमत पर चीन के साथ रिश्ते बिगाड़ कर अपने कारोबारियों को नाराज नहीं करना चाहता है। इन सेक्टर्स में अमेरिका को आत्मनिर्भर होने में अभी वक्त लगेगा।  

 

Leave a comment