
नई दिल्ली: चीन में भूकंप ने भारी ताबाही मचाई है। सोमवार को देर रात करीब 23:59 बजे गांसु प्रांत में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 मापी गई। भूकंप ने चीनमें ताबाही के साथ कई लोगों को जान ले ली है। इससे पहले पाकिस्तान में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।
आपदा प्रबंधन की रिपोर्ट के मुताबिक, गांसु प्रांत में भूकंप ने भारी ताबाही मचाई है। कई बड़ी बड़ी इमारतें मलबे में तब्दील हो गई है। इसके साथ ही अबतक 111 लोगों की जान जा चुकी है। साथ ही 230 से ज्यादा लोग घायल हो गए है। वहीं अभी रेस्कयू ऑपरेशन जारी है। बताया जा रहा है कि अभी मृतकों और घायलों की संख्या में इजाफा हो सकता है। बता दें कि सोमवार को पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.8 मापी गई थी। हालांकि, किसी नुकसान या हताहत की कोई खबर नहीं है।
क्यों आता है भूकंप
दरअसल, धरती की सतह के नीचे की वो जगह, जहां पर चट्टानें आपस में टकराती हैं या टूटती हैं उस जगह को भूकंप का केंद्र या फोकस कहते हैं। इसे हाइपोसेंटर भी कहते हैं। इसी केंद्र से ही ऊर्जा तरंगों के रूप में बतौर कंपन फैलती है और भूकंप आता है। वैज्ञानिक भाषा में कहा जाए तो धरती के केंद्र और भूकंप के केंद्र को आपस में जोड़ने वाली रेखा जिस जगह पर धरती की सतह को काटती है, उस जगह को ही भूकंप का अभिकेंद्र या एपिक सेंटर कहा जाता है।
इस देश में आते हैं सबसे ज्यादा भूकंप
विज्ञान के नियमों के हिसाब से धरती की सतह का ये जगह भूकंप के केंद्र से सबसे पास होता है। दुनिया में सबसे ज्यादा भूकंप इंडोनेशिया में आते हैं। ये देश रिंग ऑफ फायर में स्थित है, इसी के वजह से यहां ज्यादा भूकंप आते हैं। इसके अलावा जावा और सुमात्रा भी इसी क्षेत्र के अंदर आते हैं। प्रशांत महासागर के पास स्थित यह क्षेत्र दुनिया का सबसे खतरनाक भू-भाग कहा जाता है।
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