
Boycott Turkey: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच कई देश ऐसे थे, जिन्होंने भारत को सपोर्ट किया। तो वहीं, कुछ देश ऐसे थे, जिन्होंने पाकिस्तान के साथ थे। इन्हीं देशों में तुर्की और अजरबैजान भी शामिल था। जिन्होंने पाकिस्तान का खुला समर्थन किया। सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान ने भारत पर हमले के लिए तुर्की के 350से ज्यादा ड्रोन का इस्तेमाल किया। लेकिन यह कदम भारत के लिए अस्वीकार्य रहा। ऐसे में भारत में व्यापक आक्रोश को जन्म दिया, जिसके परिणामस्वरूप तुर्की और अजरबैजान के खिलाफ एक मजबूत बहिष्कार अभियान शुरू हुआ।
भारतीय नागरिकों, व्यापारियों, और ट्रैवल कंपनियों ने तुर्की और अजरबैजान की यात्रा और व्यापार को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया है। इस अभियान ने दोनों देशों के पर्यटन और व्यापार क्षेत्र को गंभीर झटका दिया है, जिससे उनकी अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ सकता है।
पर्यटन पर पड़ा सबसे बड़ा असर
भारत में तुर्की और अजरबैजान के खिलाफ बहिष्कार की शुरुआत सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey और #BoycottAzerbaijan जैसे हैशटैग से हुई। जिसके बाद भारतीय पर्यटकों ने इन देशों की यात्रा योजनाओं को बड़े पैमाने पर रद्द करना शुरू कर दिया। मेकमायट्रिप के एक डेटा के अनुसार, पिछले एक हफ्ते में तुर्की और अजरबैजान के लिए बुकिंग में 60%की गिरावट आई, जबकि ट्रिप रद्द करने में 250%की वृद्धि हुई।
वहीं, इक्सिगो, कॉक्स एंड किंग्स, पिकयोरट्रेल, और ट्रैवोमिंट जैसी प्रमुख ट्रैवल कंपनियों ने तुर्की और अजरबैजान के लिए नई बुकिंग पूरी तरह से बंद कर दीं। कंपनियों ने राष्ट्रीय हितों के साथ एकजुटता दिखाते हुए सभी उड़ान, होटल, और हॉलिडे पैकेज बुकिंग को निलंबित कर दिया।
तुर्की और अजरबैजान की अर्थव्यवस्था पर असर
एक रिपोर्ट की मानें तो साल 2024में तुर्की ने 2,74,000और अजरबैजान ने 2,43,589भारतीय पर्यटकों का स्वागत किया था। तुर्की में भारतीय पर्यटकों ने औसतन 82,922रुपये प्रति व्यक्ति खर्च किए। जबकि अजरबैजान में प्रति पर्यटक खर्च 1,08,500रुपये था। पर्यटन तुर्की की जीडीपी का 12%और अजरबैजान की जीडीपी का 7.6%हिस्सा है। इस बहिष्कार से दोनों देशों के पर्यटन उद्योग को काफी नुकसान होने की उम्मीद जताई जा रही है।
व्यापार पर पड़ा कितना प्रभाव?
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बहिष्कार केवल पर्यटन तक सीमित नहीं रहा। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने व्यापारियों से तुर्की और अजरबैजान के साथ सभी व्यापारिक संबंध तोड़ने की अपील की। इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने इन देशों से माल की ढुलाई और व्यापार को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया।
Leave a comment