क्या भारत में Tesla के पार्टनर बन सकते हैं मुकेश अंबानी? EV मार्केट में TATA को मिलेगी बड़ी टक्कर

क्या भारत में Tesla के पार्टनर बन सकते हैं मुकेश अंबानी? EV मार्केट में TATA को मिलेगी बड़ी टक्कर

Tesla In India: दुनिया की दिग्गज इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला लंबे समय से भारत आने की कोशिश कर रही है। अब खबर है कि भारत सरकार ने भी नियमों को सरल बनाकर टेस्ला के लिए रेड कार्पेट बिछा दिया है। अब एलन मस्क को एक भारतीय पार्टनर की जरूरत है। ऐसे में उन्हें मुकेश अंबानी जैसा पार्टनर कहां मिलने वाला है।एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार टेस्ला भारत में एक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ संभावित जॉइंट वेंचर पर चर्चा कर रही है। बता दें कि TATA इस समय देश की सबसे बड़ी EV प्लेयर है, इसलिए उन्हें भी कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।

भारत में एंट्री के लिए बेताब है टेस्ला

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने 9 अप्रैल को कहा था कि टेस्ला के लिए भारत में इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराना एक स्वाभाविक प्रगति होगी। मस्क का यह बयान टेस्ला द्वारा भारत में फैक्ट्री स्थापित करने के लिए जगह तलाशने की खबरों के बीच आया है। मस्क ने ट्विटर पर कहा था, 'भारत अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है। हर देश की तरह भारत में भी इलेक्ट्रिक कारें होनी चाहिए। भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों को उपलब्ध कराने की दिशा में यह एक स्वाभाविक प्रगति है।

भारत में 25 हजार करोड़ का निवेश प्लान!

प्रपोस्ड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए टेस्ला और मस्क 2 से 3 बिलियन डॉलर यानी 17 से 25 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने की प्लानिंग कर रहे हैं। ये यूनिट भारत के साथ विदेशी जरुरतों को भी पूरा करने का प्रयास करेगी। इस महीने की शुरुआत में, रॉयटर्स ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि कंपनी ने जर्मनी में अपनी यूनिट में राइट-हैंड ड्राइव वाहनों का उत्पादन शुरू कर दिया है।

इन कारों को इस साल के अंत में भारत में निर्यात करने का इरादा है, जो दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोटिव बाजार में संभावित प्रवेश की दिशा में टेस्ला की प्रगति का संकेत है। एजेंसी ने यह भी कहा कि घरेलू कार विनिर्माण इकाई स्थापित करने के लिए संभावित स्थानों का आकलन करने के लिए टेस्ला प्रतिनिधिमंडल के अप्रैल के अंत में भारत का दौरा करने की उम्मीद है।

EV इंडस्ट्री को लेकर भारत सरकार का टारगेट                         

फिलहाल भारत का इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार भले ही छोटा है, लेकिन इसमें लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। भारतीय EVबाजार में टाटा मोटर्स की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है। 2023 में कुल कार बिक्री में इलेक्ट्रिक मॉडलों की हिस्सेदारी 2 प्रतिशत थी, फिर भी सरकार का लक्ष्य 2030 तक इस आंकड़े को 30 प्रतिशत तक बढ़ाना है। जनवरी में, टेस्ला के वियतनामी प्रतियोगी विनफास्ट ने भारत के तमिलनाडु राज्य में 2 बिलियन डॉलर का निवेश करने और EVका निर्माण शुरू करने की योजना की घोषणा की थी।

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