Axiom-4 मिशन मौसम खराबी के कारण लॉन्चिंग टला, जल्द ही भारत अंतरिक्ष में रचेगा नया इतिहास

Axiom-4 मिशन मौसम खराबी के कारण लॉन्चिंग टला, जल्द ही भारत अंतरिक्ष में रचेगा नया इतिहास

Axiom-4 Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने Axiom-4 मिशन के लॉन्च को तीसरी बार स्थगित करने की घोषणा की है। यह मिशन जो भारत के गगनयात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) ले जाएगा। जो अब 11 जून 2025 को शाम 5:30 बजे लॉन्च होगा। इसरो ने खराब मौसम की स्थिति को इस देरी का कारण बताया है। यह मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। क्योंकि यह इन देशों की 40 साल बाद पहली सरकारी मानव अंतरिक्ष उड़ान होगी।
 
भारत की अंतरिक्ष को नई ऊंचाई
Axiom-4 मिशन, जिसे 'मिशन आकाश गंगा' भी कहा जा रहा है। भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह मिशन नासा, इसरो, और Axiom Space के बीच एक सहयोग का परिणाम है। जिसमें SpaceX का Falcon 9 रॉकेट और Dragon अंतरिक्ष यान उपयोग होगा। मिशन का नेतृत्व अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन करेंगी, जबकि शुभांशु शुक्ला पायलट की भूमिका निभाएंगे। उनके साथ पोलैंड के स्लावोश उज़नांस्की-विश्निएव्स्की और हंगरी के टिबोर कपु मिशन विशेषज्ञ के रूप में शामिल होंगे।
 
वैज्ञानिक अनुसंधान और अंतरराष्ट्रीय सहयोग
यह मिशन 14 दिनों तक आईएसएस पर रहेगा जहां चालक दल 31 देशों की ओर से लगभग 60 वैज्ञानिक प्रयोग करेगा। शुभांशु शुक्ला इसरो और भारत के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) द्वारा विकसित सात प्रयोगों का नेतृत्व करेंगे। जिनमें अंतरिक्ष में भोजन और पोषण से संबंधित शोध शामिल हैं। ये प्रयोग भविष्य की लंबी अवधि की अंतरिक्ष यात्राओं के लिए आत्मनिर्भर जीवन समर्थन प्रणालियों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण होंगे। इसके अलावा नासा के सहयोग से पांच संयुक्त अध्ययन और दो STEM प्रदर्शन भी किए जाएंगे।
 
ऐतिहासिक महत्व और प्रेरणा
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे। जो 1984 में राकेश शर्मा के बाद आईएसएस पर जाने वाले पहले भारतीय होंगे। उन्होंने कहा "यह मिशन मेरे लिए केवल एक उड़ान नहीं है। बल्कि देश की नई पीढ़ी को प्रेरित करने का अवसर है।" मिशन के दौरान चालक दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्कूली छात्रों और अंतरिक्ष उद्योग के नेताओं के साथ बातचीत करेगा। Axiom-4 मिशन की लॉन्च तारीख पहले 29 मई फिर 8 जून और अब 11 जून को निर्धारित की गई है। इसरो और नासा ने मौसम और अंतरिक्ष यान की अंतिम तैयारियों को देरी का कारण बताते हुए। इसरो अध्यक्ष डॉ. वी नारायणन ने SpaceX के Falcon 9 और Dragon यान पर पूर्ण विश्वास जताया है।
 
यह मिशन भारत के गगनयान कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो 2027 में स्वदेशी मानव अंतरिक्ष उड़ान का लक्ष्य रखता है। Axiom-4 भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान में वैश्विक सहयोग को मजबूत करने और माइक्रोग्रैविटी अनुसंधान को बढ़ावा देने का प्रतीक है।
 

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