डोनाल्ड ट्रम्प से तकरार के बीच, क्या एलन मस्क ने बना ली नई पॉलिटिकल पार्टी? जानें क्या है पूरा मामला

Elon Musk vs Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क जो कभी एक-दूसरे के करीबी सहयोगी थे। अब खुलकर एक-दूसरे के खिलाफ बोल रहे हैं। हाल ही में मस्क ने ट्रम्प प्रशासन के एक प्रमुख टैक्स और व्यय विधेयक की आलोचना किया जिसे उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डिस्कस्टिंग का नाम दिया। इस बयान ने दोनों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया। ट्रम्प ने जवाब में मस्क को दी गई सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट्स खत्म करने की धमकी दिया। जिसका असर टेस्ला के शेयरों पर भी पड़ा। गुरुवार को टेस्ला के शेयर 9.53% गिरकर 300.41 डॉलर प्रति शेयर पर बंद हो गया। जिससे मस्क की नेटवर्थ में करीब 3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
नई राजनीतिक पार्टी की चर्चा
इस तकरार के बीच मस्क ने एक्स पर एक पोल शुरू किया जिसमें उन्होंने अपने 200 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स से पूछा कि क्या अमेरिका को एक नई राजनीतिक पार्टी की जरूरत है। जो मध्यम वर्ग के 80% लोगों का प्रतिनिधित्व करे। इस पोल में 81% लोगों ने हां में वोट दिया। मस्क ने इस पोल के बाद "द अमेरिका पार्टी" नाम से रीपोसेट किया। जिससे अटकलें तेज हो गई हैं कि वे एक नई राजनीतिक पार्टी बना सकते हैं। हालांकि, मस्क ने अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
ट्रम्प और मस्क की दोस्ती में दरार
2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मस्क ने ट्रम्प का खुलकर समर्थन किया था। उन्होंने प्रचार के दौरान ट्रम्प समर्थकों को हर दिन एक मिलियन डॉलर दिए और ट्रम्प के उद्घाटन समारोह में भी हिस्सा लिया। ट्रम्प ने मस्क को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) का प्रमुख नियुक्त किया था। लेकिन नीतिगत मतभेदों खासकर टैक्स और व्यय विधेयक को लेकर दोनों के रिश्तों में खटास आ गई। मस्क ने कहा किया कि अगर उन्होंने ट्रम्प का समर्थन नहीं किया होता, तो वे चुनाव हार गए होते।
मस्क की भारत में नई पहल
ट्रम्प प्रशासन से अलग होने के बाद मस्क ने भारत में स्टारलिंक लॉन्च करने की घोषणा की, जो ग्रामीण क्षेत्रों में हाई-स्पीड इंटरनेट उपलब्ध कराएगी। यह कदम भारत के डिजिटल परिदृश्य को बदल सकता है। मस्क इस साल के अंत में भारत यात्रा की भी योजना बना रहे हैं। जिसका उद्देश्य तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देना है।
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