
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भारतीय स्टेट बैंक की आज यह कहते हुए सराहना की कि एक सरकारी संस्थान को जिस तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ता है, उन सबके बावजूद एसबीआई मार्केट लीडर बन गया है। उन्होंने कहा, उन्हें (सरकारी बैंकों को) एक खास व्यवस्था के तहत काम करना पड़ता है जिसमें पूर्व के न्यायिक फैसलों द्वारा निर्धारित प्रक्रिया अपनाई जाती है। गलत निर्णय पर दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है, जबकि निजी संस्थान इस तरह के भय से मुक्त होकर परिचालन कर सकते है। जेटली ने यहां एसबीआई मोबाइल बटुआ ऐप बडी शुरू किया।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक संस्थानों को निजी क्षेत्र के साथ प्रतिस्पर्धा में बहुत चुनौतियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि सार्वजनिक संस्थानों में निर्णय की प्रक्रिया नौकरशाही सरीखे है, जबकि निजी क्षेत्रों में बेहतर, त्वरित और आसान प्रक्रिया है।

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