
देश के प्रमुख शेयर बाजारों के शुरुआती कारोबार में सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को गिरावट का रुख रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.21 बजे 15.52 अंकों की गिरावट के साथ 28,282.61 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 8.35 अंकों की गिरावट के साथ 8,580.30 पर कारोबार करते नजर आए। बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 28.98 अंकों की तेजी के साथ 28,327.11 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 7.85 अंकों की गिरावट के साथ 8,580.80 पर खुला। जानकारों के मुताबिक खराब ग्लोबल संकेतों के अलावा देश में जारी संसद के मानसून सत्र के दौरान सत्ता और विपक्ष के बीच जारी बाधाओं से भी निवेशकों के लिए बाजार का सेंटीमेंट खराब हो रहा है।
बाजार में मेटल, एमएनसी, फार्मा, एनर्जी शेयरों में तेजी देखी जा रही है जबकि पीएसयू बैंक तेज गिरावट के साथ कारोबार कर रहे है। इंफ्रा और एफएमसीजी शेयरों में भी गिरावट का रुख है। रियल्टी शेयर भी कमजोरी दिखा रहे हैं। दिग्गज शेयरों में वेदांता में 2.37 फीसदी का उछाल है और सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी, केर्न इंडिया में 0.89-0.20 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं. दिग्गज गिरने वाले शेयरों में बैंक ऑफ बड़ौदा 1 फीसदी टूटा है।
गुरुवार को अमेरिका और यूरोप के बाजारों की कमजोरी से मिले खराब संकेतों के चलते अहम एशियाई बाजारों में शुरुआती गिरावट देखने को मिल थी। सुबह के कारोबार में निक्केई में करीब 58 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। वहीं एसजीएक्स निफ्टी में भी 0.27 फीसदी गिरावट पर था। हालांकि की चीन के बाजार हैंग सेंग में सुबह करीब 0.73 फीसदी की बढ़त देखी गई थी। खबर लिखे जाने तक हैंगसेंग अच्छी मजबूती के साथ 229 अंकों की बढ़त बनाकर कारोबार कर रहा है। निक्केई इंडेक्स भी रिकवरी करते हुए 52 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। इसके अलावा शंघाई कंपोजिट में भी 70 अंकों की महत्वपूर्ण बढ़त देखने को मिल रही है।
गौरतलब है कि गुरुवार को अमेरिकी बाजार रोजगार के आंकड़ों से पहले 1.5 फीसदी तक गिर गया। इन आंकड़ों से पहले अमेरिकी बाजार दबाव में कारोबार कर रहे थे। डाओ 0.69 फीसदी गिरकर बंद हुआ। डाओ में यह गिरावट लगातार छठे कारोबारी दिन में देखने को मिली। जानकारों के मुताबिक अमेरिकी बाजारों में क्रूड की गिरती कीमत और कमजोर आर्थिक आंकड़ों का दबाव देखने को मिल रहा है।
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