एचसीएल का मुनाफा 6% बढ़ा, आय भी 5.5% बढ़ी

एचसीएल का मुनाफा 6% बढ़ा, आय भी 5.5% बढ़ी

वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का मुनाफा 6 फीसदी बढ़कर 1783 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में एचसीएल टेक का मुनाफा 1683 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक की आय 5.5 फीसदी बढ़कर 9777 करोड़ रुपये हो गई है। वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में एचसीएल टेक की आय 9267 करोड़ रुपये रही थी। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक की डॉलर आय 3.2 फीसदी बढ़कर 153.8 करोड़ डॉलर हो गई है। वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में एचसीएल टेक की डॉलर आय 149.1 करोड़ डॉलर रही थी। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का एबिटा मार्जिन 20.2 फीसदी हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में एचसीएल टेक का एबिटा मार्जिन 21.33 फीसदी रहा था।

वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का एबिटा 1976 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में एचसीएल टेक का एबिटा 1977 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का आईटी एट्रिशन रेट 16.5 फीसदी हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में एचसीएल टेक का आईटी एट्रिशन रेट 16.2 फीसदी रहा था। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का अमेरिकी राजस्व तिमाही आधार पर 0.2 फीसदी से बढ़कर 5.1 फीसदी हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का यूरोपियन राजस्व तिमाही आधार पर 4.4 फीसदी से घटकर 0.1 फीसदी हो गया है।

वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का बाकी विश्व का राजस्व तिमाही आधार पर 10.6 फीसदी से घटकर -0.1 फीसदी हो गया है। वित्त वर्ष 2015 में एचसीएल टेक का राजस्व साल दर साल आधार पर 12.6 फीसदी बढ़कर 37,061 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का इंफ्रा मैनेजमेंट सर्विस राजस्व ग्रोथ तिमाही आधार पर 3.1 फीसदी से बढ़कर 5.2 फीसदी हो गई है। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में एचसीएल टेक का इंजीनियरिंग एंड आरएंडडी राजस्व ग्रोथ 4.6 फीसदी से घटकर 1.9 फीसदी हो गई है।

कंपनी के नतीजों पर सीएनबीसी-आवाज़ से बात करते हुए एचसीएल टेक के सीएफओ, अनिल चानना ने कहा कि चौथी तिमाही में कारोबार बेहतर रहा है। वीजा, बिक्री और मार्केटिंग में बढ़त के कारण मार्जिन में दबाव देखने को मिला है। इसके अलावा मार्जिन पर प्राइसिंग का कोई असर नहीं हुआ है। लेकिन कंपनी की ओर से निवेश जारी है इसी वजह से मार्जिन दबाव में है। अनिल चानना के मुताबिक कुछ कारोबार ऑफशोर की ओर ले जाने पर आगे मार्जिन में सुधार होगा। आगे वेतन के अलावा किसी और लागत में बढ़त की आशंका नहीं है। लेकिन आगे वेतन बढ़ोतरी का मार्जिन पर असर मुमकिन है। लेकिन आगे भी मार्जिन अनुमान के मुताबिक ही रहने की उम्मीद है। अनिल चानना ने बताया कि चौथी तिमाही में अमेरिकी कारोबार में बेहतरीन ग्रोथ हुई है, लेकिन यूरोपीय कारोबार में ग्रोथ सपाट रही है। पूरे साल में 5 अरब डॉलर की डील की है। इस साल इंजीनियरिंग सर्विसेज में 25 फीसदी ग्रोथ देखने को मिली है। हालांकि इंजीनियरिंग सर्विसेज में पिछली 3 तिमाहियों के मुकाबले कम ग्रोथ हुई है। अगले 6 महीनों में इंजीनियरिंग सर्विसेज में और डील मिलने की उम्मीद है।

  

Leave a comment