
मोदी सरकार देश में सोलर पावर के जरिए एक लाख मेगावाट बिजली पैदा करने का लक्ष्य अब आम आदमी को जोड़कर पूरा करना चाहती है। इसके लिए अब कोई भी व्यक्ति सोलर पैनल से बिजली पैदा कर उसे बेच सकता है। सरकार ऐसे लोगों को बिजनेस की बारीकियां सिखाने जा रही है। वहीं देश में सबसे कम दामों पर सोलर बिंजली देने की सरकार योजना बना रही है। इसके चलते 300 मेगावॉट सोलर बिजली के लिए पावर मैनेजमेंट कंपनी ने लांग टर्म के लिए बुधवार को टेंडर ओपन किए। इसमें मारिशस की स्काई पावर साउथ ईस्ट एशिया होल्डिंग लिमिटेड ने सबसे कम दर 5 रूपये 5 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से टेंडर दिया, जिसे मंजूर कर लिया गया। पिछले वर्ष हुए टेंडर में प्रदेश ने 6 रूपये 50 पैसे के हिसाब से सोलर बिजली खरीदने का अनुबंध किया था।
कंपनी के एमडी संजय शुक्ला ने बताया कि लांग टर्म में 300 मेगावॉट सोलर बिजली के लिए 100 निवेशकों ने 3744 मेगावॉट सोलर बिजली के टेंडर जमा किए थे। इनमें देश की नामी कंपनियों में रिलायंस पॉवर, अडानी पॉवर, एक्मे, वेलस्पन, सन एडीसन और दो सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कम्पनी और एनएचडीसी ने भाग लिया। निविदा प्रक्रिया के आधार पर मप्र को 25 वर्ष तक 5 स्र्पए 5 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से 300 मेगावॉट सोलर बिजली मिलती रहेगी।
कंपनी एक से डेढ़ साल में राज्य को बिजली सप्लाई करना शुरू कर देगी। नई योजना में सरकार सोलर पावर का बिजनेस कैसे शुरू किया जाए, इसके लिए बाकायदा ट्रेनिंग देगी। इसकी जिम्मेदारी केंद्रीय स्किल डेवलपमेंट एंड आंत्रप्रेन्योरशिप मंत्रालय को दी जाएगी। मंत्रालय द्वारा देश भर में चलाए जा रहे ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के माध्यम से यह ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जाएगा। इसे आंत्रप्रेन्योर डेवलपमेंट प्रोग्राम ऑन सोलर एनर्जी नाम दिया गया है।
ट्रेनिंग के दौरान लोगों को बताया जाएगा कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों की अलग-अलग परिस्थितियों के हिसाब से किस क्वालिटी की बिजली चाहिए और सोलर पावर के जरिए बिजली की मांग को कैसे पूरा किया जा सकता है। साथ ही, भारत में अब तक उपलब्ध सोलर पावर टेक्नोलॉजी के बारे में भी बताया जाएगा। सरकार की ट्रेनिंग के दौरान प्रोजेक्ट कॉस्ट के अलावा उन बैंकों या वित्तीय संस्थानों की भी जानकारी दी जाएगी, जो सस्ती दरों पर लोन देंगे। साथ ही, लोगों को सरकार की सब्सिडी स्कीमों के बारे में भी बताया जाएगा।
इसके अलावा कारोबारियों को सोलर पावर बिजनेस का बेसिक डिजाइन, इंस्टालेशन और सिस्टम मेंटीनेंस की ट्रेनिंग दी जाएगी। कई नए कारोबारी सोलर पावर बिजनेस शुरू तो करना चाहते है, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि इसमें कितना पैसा लगेगा और उनके पास जमा पैसा कम पड़ जाए तो बाकी पैसा कहां से आएगा। सरकार ने कारोबारियों की इस समस्या का भी ध्यान रखा है।
Leave a comment