
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत में लालफीताशाही पर अंकुश लगाने और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पर बंदिशें खत्म करने की वकालत की है। उन्होंने भारत के साथ द्विपक्षीय निवेश संधि की इच्छा भी जताई है। बि भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु करार के 10 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कल यहां एक समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि एक मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था अमेरिका के हित में है। इसी तरह बढ़ती हुई अमेरिकी अर्थव्यवस्था भारत के हित में है। बाइडेन ने कहा कि उनका देश भारत में रोजगार के अवसर बढ़ाना चाहता है, यहां स्थानीय उत्पादन बढ़ाना चाहता है। लेकिन ऐसा करते वक्त द्विपक्षीय व्यापार या इनोवेशन को हतोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने दोनों देशों के पारस्परिक व्यापार को सालाना 500 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचाने के लिए 2013 में तय लक्ष्य का उल्लेख किया। कहा कि द्विपक्षीय निवेश संधि इस दिशा में एक मजबूत कदम होगा। दोनों देशों के बीच 2008 से इस प्रकार की संधि के प्रस्ताव पर बात चल रही है।

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