प्लास्टिक करेंसी शुरु होगी दस रुपयें के नोट से

प्लास्टिक करेंसी शुरु होगी दस रुपयें के नोट से

दस रुपये के नोटों के साथ रिजर्व बैंक जल्द ही देश में प्लास्टिक के करेंसी नोटों की शुरुआत कर सकता है। बैंक के एक बड़े अधिकारी के अनुसार इसके परीक्षण आदि की प्रक्रिया आगामी साल में पूरी कर ली जाएगी। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने कहा, प्लास्टिक करेंसी को शुरुआत में एक मूल्य के नोट के साथ पेश किया जाएगा। हमने इसकी प्रक्रिया शुरु की लेकिन उसमें कुछ तकनीकी दिक्कतें आ गई थी। अब हम इसे फिर से कर रहे है। आगामी साल में यह प्रक्रिया पूरी तरह चालू हो जाएगी। उनसे प्लास्टिक मुद्रा पर सवाल पूछा गया था।

रिजर्व बैंक फील्ड परीक्षणों के बाद काफी समय से प्लास्टिक के नोट शुरु करने की तैयारी कर रहा है। उसे एक अरब नोटों के लिए बोलियां मिली है। फरवरी, 2014 में सरकार ने संसद को सूचित किया था कि पांच शहरों में फील्ड परीक्षण के रूप में 10 रपये के एक अरब प्लास्टिक के नोट उतारे जाएंगे। ये पांच शहर है कोच्चि, मैसूर, जयपुर, शिमला तथा भुवनेश्वर। प्लास्टिक नोटों की आयु करीब पांच साल होती है और इनकी नकल करना भी आसान नहीं होता। इसके अलावा कागज की तुलना में प्लास्टिक के नोट अधिक साफ होते है। प्लास्टिक के नोट सबसे पहले आस्ट्रेलिया में शुरू किए गए थे। पश्चिम के कई देशों में अब प्लास्टिक की करेंसी का चलन है।

सरकारी सूत्रों के अनुसार एलपीजी सब्सिडी का पैसा डायरेक्ट ग्राहकों के खाते में देने के बाद अब सरकार फूड और केरोसीन पर भी सब्सिडी का पैसा डायरेक्ट खाते में देने का विचार कर रही। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार सरकार सितंबर से सुविधा शुरू कर सकती है। अधिकारी ने बताया की धोखाधड़ी को रोकने के लिए सरकार डायरेक्ट कैश ट्रांसफर का विचार कर रही है। इससे सब्सिडी पर होने वाले सालाना व्यय, जो कि 21 बिलियन डॉलर है, का लगभग 10 - 15 % बचाया जा सकेगा। फाइनैंस मिनिस्ट्री के वरिष्ठ अधिकारी पीयूष कुमार के अनुसार तीन केंद्र शासित राज्यों में इसकी पाइलट प्रॉजेक्ट के रूप में शुरुआत की जाएगी।

 

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