
प्रॉपर्टी वेबसाइट हाउसिंग.कॉम के पूर्व सीईओ और को-फाउंडर राहुल यादव को कंपनी ने बाहर कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार हाउसिंग.कॉम में सबसे ज्यादा निवेश करने वाले सॉफ्ट बैंक के वकीलों ने बुधवार को बोर्ड मीटिंग से पहले पुलिस को भी बुलाया था। माना जा रहा था कि कंपनी से बाहर करने के फैसले पर राहुल किसी तरह की हिंसक प्रतिक्रिया न दे सकते है, लेकिन राहुल ने शांति से फैसले को स्वीकारा और चुपचाप वहां से चले गए।
इससे पहले राहुल यादव ने दो महीने के अंदर अपने पद से दोबारा इस्तीफा दे दिया था और माना जा रहा था कि इस बार उनका इस्तीफा बोर्ड के सदस्यो द्वारा मंजूर कर लिया जाएगा। यह जानकारी मामले से जुड़े दो लोगों ने दी थी। सूत्र के अनुसार, कई विवादों में फंसे होने के कारण राहुल ने बोर्ड सदस्यों से विचार-विमर्श करने के बाद अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया था।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, सूत्र ने बताया था कि अगले दो हफ्तों में बोर्ड की बैठक होगी, जहां राहुल के इस्तीफे की घोषणा की जाएगी। हालांकि, इस्तीफे को लेकर जब राहुल से इस बारे में पूछा गया था तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया कि उन्होंने कंपनी से इस्तीफा नहीं दिया है। उल्लेखनीय है कि आईआईटी-मुंबई के दो दर्जन छात्रों ने मिलकर 2012 में हाउसिंग.कॉम शुरू की थी। इनमें से तीन पहले ही कंपनी छोड़ चुके है। वेबसाइट वर्तमान में 1500 करोड़ की कंपनी है और यह रिएल इस्टेट का कारोबार देखती है।
यादव उस समय विवादों के घेरे में आ गए थे जब उन्होंने कंपनी के निदेशक मंडल की बौद्धिक क्षमता पर सवाल उठाया था। बाद में उन्होंने सदस्यों से माफी मांग ली थी। पिछले महीने वह उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने कंपनी में अपनी समूची 200 करोड़ रूपये की हिस्सेदारी कर्मचारियों को दे दी थी। दिसंबर में हाउसिंग.कॉम ने साफ्टबैंक समूह और फाल्कन एज तथा अन्य मौजूदा निवेशकों से 9 करोड़ डालर की निजी इक्विटी जुटाई थी। फिलहाल कंपनी अंतरिम सीईओ की तलाश में है। देशभर में 100 से अधिक शहरों में हाउसिंग.कॉम के कर्मचारियों की संख्या 2,551 है।
Leave a comment