
इनकम टैक्स विभाग ने टैक्स चोरी करने वालों को कड़ा संदेश देते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है। विभाग यह भी पक्का करेगा कि ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो। हाल में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के टॉप अधिकारियों की हुई नेशनल कॉन्फ्रेंस में ऐसे लोगों के खिलाफ जोरदार तरीके से कार्रवाई का फैसला किया गया। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) ने इस बारे मंै स्ट्रैटेजी पेपर भी जारी किया। इसमें कहा गया है कि टैक्स अधिकारियों को ऐसे लोगों में सजा, आजादी खत्म होने और सामाजिक बदनामी का भय पैदा करना चाहिए। इसके मुताबिक, ऐसे टैक्स चोरों के खिलाफ बड़े पैमाने पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए, जिससे काले धन पर अंकुश लगाया जा सके।
आंकड़ों के मुताबिक, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पिछले फाइनेंशियल ईयर के दौरान 1,000 से ज्यादा छापेमारी और सर्वे की कार्रवाई की और जान-बूझकर टैक्स चोरी करने वाले लोगों के खिलाफ करीब 100 से अधिक अभियोजन की शिकायतें दर्ज कराई। इनकम टैक्स के एक अधिकारी ने बताया, इरादतन टैक्स चोरी करने वाले करदाता कई तरह के होते है। इनमें से कुछ हर साल अपनी आमदनी कम कर दिखाते है, वहीं कुछ टैक्स डिमांड का नोटिस मिलने के बाद भूमिगत हो जाते हैं या पता बदल लेते हैं और कुछ आक्रामक तरीके से अपने खातों में गड़बड़ी करते है, जिससे अपनी आमदनी का जरिया छिपा सके।
सीबीडीटी की चेयरपर्सन अनीता कपूर का कहना है कि सरकार की काले धन पर अंकुश लगाने की पहल के तहत टैक्स डिपार्टमेंट ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। अब वह सिर्फ ऐसे लोगों से बकाया टैक्स या जुर्माना वसूलने के बजाय उन्हें अदालत में घसीटने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। कपूर के मुताबिक, हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि हमारा टैक्स रिजीम घुसपैठ या दखलंदाजी करने वाला नहीं हो। हालांकि, कुछ लोगों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई जरूरी हो जाती है। दरअसल, हर कोई टैक्स से जुड़े नियमों का पालन करने को इच्छुक नहीं होता। इनकम टैक्स के तहत हमारे पास छापेमारी और संपत्तियों को जब्त करने का अधिकार है। हम टैक्स चोरी करने वालों से सिर्फ पेनाल्टी या बकाया रकम नहीं वसूलना चाहते।
सीबीडीटी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के लिए पॉलिसी बनाने वाली सर्वोच्च संस्था है। सीबीडीटी की बॉस का कहना था कि चिंता इस बात की है कि टैक्स चोरी करने वाला हल्की सजा से छूट जाता है और ऐसे में सही-सही टैक्स का भुगतान करने वाला यह सोचेगा कि जब बाकी लोग टैक्स से बचने में सफल है, तो उन्हें क्यों टैक्स देना चाहिए? कपूर का यह भी कहना था कि टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का प्रदर्शन जरूरी है। कपूर का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब सरकार ने सीबीडीटी से हर महीने 25 लाख नए एसेसी को टैक्स के दायरे में लाने को कहा है। फिलहाल, देश में 4 करोड़ से भी ज्यादा टैक्सपेयर्स है।
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