
भले ही मैगी विवाद के बाद भारत में खाद्य सुरक्षा को लेकर ज्यादा चौकसी बरती जाने लगी है लेकिन अमेरिका इस मामले में बहुत पहले से ही सावधान है। पिछले एक साल में अमेरिका के फूड ऐंड ड्रग रेग्युलेटर ने भारत में बने प्रॉडक्ट्स के 2,100 इंपोर्ट बैचों को रद्द किया है। इन बैचों में खाने-पीने की वस्तुओं से लेकर निजी रखरखाव और स्वास्थ्य से जुड़ीं सामग्री थी। अमेरिकी ड्रग रेग्युलेटर द्वारा रद्द किए गए प्रॉडक्ट्स हिन्दुस्तान यूनिलीवर, ब्रिटानिया, नेस्ले इंडिया, हल्दीराम, हेन्ज इंडिया और एमटीआर फूड्स समेत कई बड़ी कंपनियों के थे।
यूएस फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (यूएसएफडीए) ने अपनी वेबसाइट पर जो आंकड़े डाले है, उनमें उत्पादों को रद्द किए जाने के कई कारण बताए गए है। इन कारणों में लेबलिंग के छोटे मामले से लेकर प्रॉडक्ट्स का अस्वस्थ दशा में तैयार किया जाना और अनुमति सीमा से ज्यादा कीटनाशक मिलाया जाना शामिल है।
इस बारे में अधिकतर भारतीय कंपनियों ने अपना बचाव किया है। कंपनियों का कहना है कि जिन प्लांट्स में इन सामग्रियों को तैयार किया गया है, वहां अमेरिकी मार्केट के लिए मैन्युफैक्चरिंग नहीं होती है। कुछ मामलों में तो कंपनियों का कहना है कि उनको पता भी नहीं था कि इन बैचों को अमेरिका में प्रवेश से मना कर दिया गया है। अधिकतर कंपनियों ने यही कहा कि अमेरिकी मार्केट में सामान की शिपिंग थर्ड पार्टी इंपोर्टर्स ने की थी।
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