
एसोसिएडेट चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) ने अपने ताजा अध्ययन के अनुसार हरियाणा के शहर सोनीपत और पानीपत 100 स्मार्ट सिटीज परियोजना में शामिल होने की काबलियत रखते है। एसोचैम ने इन दोनों जिलों की परियोजना में पैरवी के लिए मुख्यमंत्री मनोहरलाल को एक पत्र भी लिखा है।
एसोचैम के अनुसार, केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी 100 स्मार्ट सिटीज परियोजना में सोनीपत व पानीपत को भी शामिल करके इस इलाके में 200 से 300 करोड़ रुपये तक का नया निवेश आकर्षित किया जा सकता है।
संगठन के सोनीपत एंड पानीपत : स्ट्रॉन्ग केस फॉर इन्क्लूजन इन स्मार्ट सिटीज प्रोजेक्ट विषय पर हुए अध्ययन के मुताबिक, इलाके में ऑटो मोबाइल, बायो टेक्नॉलजी, बीपीओ, एजुकेशन, फूड प्रोसेसिंग, हेल्थ, हॉस्पिटेलिटी, आईटी, पेट्रो केमिकल्स, रियल एस्टेट, खेल उपकरण, कपड़ा और अन्य क्षेत्रों में औद्योगिक निवेश बढ़ने से अगले दो-तीन सालों में रोजगार के दो से ढाई लाख मौके पैदा होंगे।
रिपोर्ट में बताया गया कि राजधानी दिल्ली से नजदीक, कुंडली-पलवल-मानेसर (केएमपी) एक्सप्रेस-वे का तेजी से निर्माण, राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में विश्व स्तरीय शिक्षण संस्थान, बड़े हाउसिंग व कमर्शल साइट्स, मजदूरों की उपलब्धता और मेट्रो का विस्तार आदि ऐसे प्रमुख कारण है, जिनकी वजह से इन इलाकों में डिवेलपमेंट तेजी से हो रहा है।
एसोचैम के राष्ट्रीय महासचिव डीएस रावत ने बताया कि टैक्स में छूट, डिवेलपमेंट चार्ज में रियायत और संबंधित अन्य अनुदान दिए जाने से क्षेत्र में आर्थिक विकास को और गति मिल सकती है। साथ ही इससे हरियाणा को भी फायदा होगा। उन्होंने बताया कि एसोचैम के आर्थिक अनुसंधान ब्यूरो (एईआरबी) द्वारा तैयार कराए गई रिपोर्ट के अनुसार सोनीपत तथा पानीपत ऐसे शहर है जो गुड़गांव की क्षमताओं की बराबरी कर सकते है।
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