एक रुपये का नोट 20 साल बाद फिर छपेगा

एक रुपये का नोट 20 साल बाद फिर छपेगा

प्रचलन से तेजी से गायब होते एक रुपये के नोट एक बार फिर आसानी से उपलब्ध होंगे क्योंकि सरकार ने हर साल 15 करोड़ एक रुपये के नोट छापने का फैसला किया है। सरकार ने 20 साल बाद एक रुपये के नोटों की छपाई के लिए पिछले साल दिसंबर में गजट नोटिफिकेशन जारी किया था जो इस साल एक जनवरी से लागू हो गया है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार हर साल 15 करोड़ नोटों की छपाई की जायेगी ताकि लोगों के बटुए में इनकी उपस्थिति एक बार फिर से आम हो सके। उल्लेखनीय है कि इनकी छपाई का खर्च इनके मूल्य से ज्यादा होने के कारण 1994 में सरकार ने इन नोटों की छपाई बंद कर दी थी।इस कारण धीरे-धीरे ये नोट प्रचलन से लगभग बाहर हो चुके है। यहां तक कि वित्त वर्ष 2013-14 की रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट में भी प्रचलन में मौजूद नोटों में इसका जिक्र नहीं है। हालांकि, यह जरूर कहा गया है कि 31 मार्च 2014 को 3842.4 करोड़ एक रुपये के सिक्के प्रचलन में थे।

 

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