
खराब अंतरराष्ट्रीय संकेतों के चलते घरेलू शेयर बाजारों में भी गिरावट देखने को मिली है। सेंसेक्स और निफ्टी की चाल अभी भले ही सुस्त है, लेकिन इसके पहले 0.25 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है। निफ्टी 8200 के नीचे फिसला, निफ्टी 9 जनवरी 2015 के बाद 8200 के नीचे फिसला है।
दिग्गज शेयरों के मुकाबले मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में ज्यादा बिकवाली है। बीएसई के मिडकैप इंडेक्स में जहां करीब 0.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, वहीं बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 0.5 फीसदी से ज्यादा गिरा है। फार्मा, एफएमसीजी और आईटी शेयरों में बिकवाली से बाजार पर दबाव देखने को मिल रहा है। हालांकि बैंकिंग, पावर और ऑटो शेयरों में खरीदारी का रुझान है।
फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 25 अंकों की बढ़त के साथ 27202 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी सपाट होकर 8200 के आसपास नजर आ रहा है।
बाजार में कारोबार के इस दौरान एचयूएल टेक, ल्यूपिन, टीसीएस, कोटक महिंद्रा बैंक, विप्रो, बजाज ऑटो, सन फार्मा और वेदांता जैसे दिग्गज शेयरों में 1.9-0.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि आईसीआईसीआई बैंक, बीपीसीएल, आइडिया, यस बैंक, मारुति सुजुकी, ओएनजीसी, हिंडाल्को और एनटीपीसी जैसे दिग्गज शेयरों में 3-0.7 फीसदी की मजबूती आई है।
मिडकैप शेयरों में एलेम्बिक फार्मा, इंडियन बैंक, हिताची होम, एडवांटा और कावेरी सीड सबसे ज्यादा 4.8-3.8 फीसदी तक लुढ़के है। स्मॉलकैप शेयरों में जियोमीट्रिक, ग्रैन्युएल्स इंडिया, एक्सिसकेड्स, जेंसार टेक और कैप्लिन लैब्स सबसे ज्यादा 11.3-5 फीसदी तक टूटे है।
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