
सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) को वार्षिक कोष का 5 प्रतिशत तक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) में निवेश करने की अनुमति दे दी है, जिससे इस वित्त वर्ष में शेयर बाजारों में 5,000 करोड़ रुपये तक का निवेश आ सकता है।
श्रम मंत्रालय ने ईपीएफओ के धन के निवेश के नए तरीके को अधिसूचित कर दिया है। इसके तहत ईपीएफओ को अपना 5 प्रतिशत तक कोष ईटीएफ में निवेश करने की अनुमति दी गई है। श्रम सचिव शंकर अग्रवाल ने कहा, हम ईपीएफओ के निवेश योग्य कोष का 5 प्रतिशत ईटीएफ में लगाएंगे। निवेश के नए तौर तरीके को दो-तीन दिन पहले अधिसूचित कर दिया गया है।
एक अनुमान के अनुसार 2014-15 में ईपीएफओ की बढ़ी हुई जमा करीब 80,000 करोड़ रुपये है। पिछले साल सितंबर से ईपीएफओ की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के अंतर्गत मासिक वेतन सीमा को 6,500 से बढ़ाकर 15,000 रुपये किया गया है। इससे चालू वित्त वर्ष में ईपीएफओ में बढ़ी हुई जमा राशि एक लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
अग्रवाल ने कहा, हम एक प्रतिशत से शुरुआत करेंगे और वित्त वर्ष के अंत तक यह 5 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया, वित्त मंत्रालय ने हमें सलाह दी है कि हम अपने कोष का 5 से 15 प्रतिशत शेयर बाजार में लगाएं। हम पहली बार शेयर बाजार में प्रवेश कर रहे है, इस वजह से कुछ सतर्क है अग्रवाल ने कहा , हम हमें अभी शुरुआत केवल ईटीएफ के जरिए करनी है। हम तय करेंगे कि लोक उपक्रम ईटीएफ में हम कितना हिस्सा लगाएं। यदि यह श्रमिकों के हित में होगा तभी हम ऐसा करेंगे।
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