
देश के प्रीमियम बिजनस स्कूल भी यह सुनिश्चित करने में जुट गए हैं कि उनके
स्टूडेंट्स को बदलते जमाने के साथ एजुकेशन मिले और वे नए ट्रेंड्स के बारे में
अपडेट रहें। वे अपने पाठ्यक्रमों में चीन में बिजनस के तौर तरीकों की जानकारी से
लेकर लीडरशिप स्किल्स बढ़ाने तक से जुड़े नए विषय शामिल कर रहे हैं।
आईआईएम कोझिकोड के चेयरमैन (पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम) सी राजू ने कहा, स्टूडेंट्स करियर से जुड़े
मौकों के मोर्चे पर आगे रहना चाहते हैं। इसी पहलू के आधार पर वे कोर्स भी चुनते
हैं।
आईआईएम इंदौर के स्टूडेंट्स को अब डूइंग बिजनस विद चाइना, इंडियन पब्लिक पॉलिसी, बिग डेटा ऐनालिटिक्स जैसे विषयों में ट्रेनिंग दी जाएगी। इस वर्ष कम से कम 50 स्टूडेंट्स चीन पर इलेक्टिव सब्जेक्ट को चुनेंगे। इसकी पढ़ाई इंस्टिट्यूट में
इकनॉमिक्स के असिस्टेंट प्रोफेसर सिद्धार्थ रस्तोगी के गाइडेंस में होगी। रस्तोगी
ने बताया, स्टूडेंट्स को चीन में नैतिक, सामाजिक और राजनीतिक समीकरणों और इंडस्ट्रीज, वर्क कल्चर के
बारे में जानकारी दी जाएगी। ये विषय उनके लिए काफी उपयोगी होंगे क्योंकि कई चीनी और भारतीय कंपनियां मिलकर
काम कर रही हैं।
आईआईएम में हर साल नए इलेक्टिव सब्जेक्ट पेश करने की कोशिश की जाती है, जिनमें स्टूडेंट्स उन सब्जेक्ट पर वोट करते हैं, जिन्हें वे पढ़ना
चाहते हैं या जिनकी सिफारिश प्रफेसर करते हैं। कुछ मामलों में सेमिनार और
इंडस्ट्री के साथ बातचीत से निकले विषयों पर भी विचार किया जाता है। नए विषय मुख्य
तौर पर सेकंड इयर के लिए होते हैं और ये कोर सब्जेक्ट्स का हिस्सा नहीं होते।
आईआईएम लखनऊ लीडरशिप क्लीनिक पर क्लासेज शुरू करेगा। इंस्टिट्यूट ने बताया, \\\'स्टूडेंट्स को यह पता होना चाहिए कि अपनी और दूसरों की लीडरशिप से जुड़ी
समस्याओं का कैसे समाधान करना है। उन्हें अपने व्यक्तिगत जीवन से महत्वपूर्ण
अनुभवों पर विचार करना चाहिए, जो लीडर्स के तौर पर उनकी पहचान को आकार देंगे।
आईआईएम कोझिकोड इस वर्ष कई नए सब्जेक्ट्स शुरू कर रहा है। इनमें 21वीं सदी के लिए बिजनस मॉडल्स, सर्विस ऑपरेशंस मैनेजमेंट, कॉर्पोरेट वैल्यूएशन, आईटी स्ट्रैटिजी, पर्सनल सेलिंग, हेज फंड स्ट्रैटिजीज और कंप्यूटेशनल ऐडवर्टाइजिंग शामिल हैं।
बिजनस मॉडल्स से स्टूडेंट्स को इनोवेटिव टूल्स के इस्तेमाल और नए प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज
पेश करने में मदद मिलेगी, जबकि कॉर्पोरेट वैल्यूएशन से स्टूडेंट्स किसी भी रियल, फाइनैंशल या अन्य ऐसेट की वैल्यू समझ सकेंगे।
आईआईएम की कतार में कुछ साल पहले शामिल हुए आईआईएम रोहतक में इकनॉमिक्स ऑफ
फाइनैंशल मार्केट्स, इंटरनैशनल मार्केटिंग, टोटल क्वॉलिटी मैनेजमेंट, सिक्स सिग्मा, बिजनस गेम्स और डिसिजन ऐनालिसिस जैसे विषय शुरू किए जाएंगे। इंस्टिट्यूट के
प्रवक्ता ने कहा, ये उन विषयों में शामिल हैं, जिन्हें ज्यादातर टॉप बिजनस स्कूल्स में पसंद किया जाता है और जो फैसले लेने
की प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण हैं। आईआईएम-बेंगलुरु इस महीने के अंत में नए विषयों पर फैसला करेगा।
आईआईएम-कलकत्ता ने इस बारे में ईटी के प्रश्नों का जवाब नहीं दिया।
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