2016 में चीन से ज्यादा होगी भारत की विकास दर

2016 में चीन से ज्यादा होगी भारत की विकास दर

नई दिल्ली। देश की इकनॉमिक ग्रोथ 2015 और 2016 में उम्मीद से अधिक रहेगी। इस साल भारत की विकास दर चीन से अधिक हो जाएगी। इससे दुनिया के बड़े देशों में भारत सबसे अधिक विकास वाला मुल्क बन जाएगा। 2016 में तो यह फासला और बढ़ सकता है। यह दावा इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (आईएमएफ) और वल्र्ड बैंक ने अलग-अलग अनुमानों में किया है।

दोनों का मानना है कि 2015 में भारत की ग्रोथ 7.5 प्र.श. पहुंच सकती है, जो साल भर पहले 7.2 प्र.श. थी। हालांकि, 2016 के लिए आईएमएफ और वल्र्ड बैंक ने ग्रोथ के अलग-अलग अनुमान लगाए हैं। आईएमएफ ने कहा है कि 2016 में ग्रोथ 7.5 प्र.श. रह सकती है। वहीं, वल्र्ड बैंक का कहना है कि भारत की इकॉनमी अगले साल 7.9 प्र.श. की रफ्तार से बढ़ सकती है।

आईएमएफ ने अपने जनवरी के अनुमान में 2015 में 6.3 प्र.श. और 2016 में 6.5 प्र.श. ग्रोथ का अनुमान लगाया था। वहीं, वल्र्ड बैंक ने जनवरी में भारत की जीडीपी ग्रोथ इस साल 6.4 प्र.श. और अगले साल 7 प्र.श. रहने की बात कही थी। भारत सरकार का कहना है कि मार्च 2016 में खत्म होने वाले वित्तीय वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 8.15 प्र.श. रह सकती है।

भारत सरकार के लिए ये आंकड़े खुशखबरी हैं। यूं तो आर्थिक संभावनाओं के मामले में भारत और चीन की चर्चा हमेशा एक साथ होती रही है, लेकिन अब तक भारत की जीडीपी ग्रोथ कभी भी चीन से अधिक नहीं हुई है। हालांकि, भारत की अर्थव्यवस्था 2 लाख करोड़ डॉलर की है, जबकि चीन की 10 लाख करोड़ डॉलर की। इसका मतलब है कि तेज ग्रोथ के बावजूद हमारी अर्थव्यवस्था का साइज चीन की तुलना में बहुत कम होगा। आईएमएफ और वल्र्ड बैंक ने मंगलवार को ये आंकड़े जारी किए। दोनों संस्थानों की स्प्रिंग मीटिंग वॉशिंगटन में होने जा रही है। फाइनैंस मिनिस्टर अरूण जेटली इसमें डेलिगेशन का नेतृत्व करेंगे। डेलिगेशन में रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन भी शामिल हैं।

 

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