
नई दिल्ली। यूजीसी अपना काम करने में फेल हो गया है यें कहना है मानव संसाधन विकास मंत्रालय का । सूत्रों के मुताबिक HRD द्वारा ही गठित एक कमेटी ने यूजीसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए इसे भंग करने की सिफारिश की है। कमेटी का मानना है कि यूजीसी अपना लक्ष्य पाने में नाकाम रहा है।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी की ओर से गठित कमेटी ने कहा है कि आज के दौर में शिक्षा के क्षेत्र में जिस तरह की चुनौतियां आती जा रही हैं, उससे निपटने में यूजीसी नाकाम साबित हुआ है। कमेटी का मानना है कि यूजीसी में सुधार के लिए अब इसमें किसी तरह की सुधार की गुंजाइश नहीं बची है।
इस कमेटी के अध्यक्ष हरि गौतम हैं जो इसी संस्था के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। कमेटी ने एक अलग संस्था के गठन का प्रस्ताव रखा है, जिसका नाम नेशनल हायर एजुकेशन अथॉरिटी सुझाया गया है। इस नई अथॉरिटी के गठन के लिए संसद से प्रस्ताव पास कराने की सिफारिश की गई है।
रिपोर्ट में यूजीसी के कामकाज पर सवाल उठाए गए हैं। इसमें कहा गया है कि यूजीसी शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखन में नाकाम रही है। साथ ही इसे संसाधन मुहैया कराने वाली संस्था के तौर पर भी अक्षम साबित हुई है। हालांकि कमेटी ने यह भी कहा है कि नई संस्था के गठन तक मंत्रालय फिलहाल यूजीसी में कई तरह के बदलाव कर सकता है।
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