घटती महंगाई दर ने बढ़ाई ब्याज दरों में कमी की उम्मीद

 घटती महंगाई दर ने बढ़ाई ब्याज दरों में कमी की उम्मीद

नई दिल्ली : खुदरा और थोक मूल्यों का अंतर सरकार के आंकड़ों में भी दिखाई पड़ने लगा है। बाजार में खाने-पीने की चीजों की कीमतों में वृद्धि से खुदरा महंगाई दर पांच फीसद से ऊपर चल रही है। लेकिन ठीक इसके उलट फरवरी में थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई दर शून्य से 2.06 फीसद नीचे चली गई है। जबकि इसी महीने में खुदरा बाजार में खाद्य उत्पादों की महंगाई दर 6.79 फीसदी पर पहुंच गई। इसके चलते खुदरा महंगाई दर 5.37 फीसद रही।

सरकार की ओर से सोमवार को थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई के आंकड़े जारी किए गए। इन आंकड़ों के मुताबिक खाद्य महंगाई दर कम हो गई है। हालांकि थोक महंगाई की दर में कमी से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है। इसकी वजह यह है कि रिजर्व बैंक (आरबीआई) अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा करते वक्त महंगाई दर को ही ध्यान में रखता है।

समीक्षाधीन माह के दौरान प्याज और दाल, अंडा, मांस, मछली जैसे प्रोटीन वाले उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं फल, सब्जी और दूध की कीमतों में गिरावट का रुख देखने में आया। इस दौरान खाद्य वस्तुओं में महंगाई की दर 7.74 फीसद रही, जबकि फैक्ट्री निर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति दर 0.33 फीसद दर्ज की गई। 

फरवरी में सब्जियों में 15.54 फीसद की महंगाई दर दर्ज की गई। यह जनवरी में 19.74 फीसद थी। इस दौरान आलू के दाम 3.56 फीसद की दर से घटे। इससे पहले जनवरी में आलू के दामों में 2.11 फीसद की दर से बढ़ोतरी हुई थी। फरवरी में ईंधन व बिजली वर्ग में महंगाई दर 14.72 फीसद की दर से घटी है। इससे पहले जनवरी में इसमें 10.69 फीसद की दर से कमी आई थी।

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