फिल्म समीक्षा: प्यार से शादी तक का मजेदार सफर है , 2 स्टेट्स

फिल्म समीक्षा: प्यार से शादी तक का मजेदार सफर है , 2 स्टेट्स

2 स्टेट्स का पूरा प्रचार एक रोमांटिक कॉमेडी के रूप में किया गया है लेकिन कॉमेडी के साथ-साथ फिल्म के भावनात्मक और गंभीर दृश्य आपके दिल को छू लेंगे. लेखक चेतन भगत के रचे किरदार असलियत के बहद क़रीब लगते हैं और निर्देशक अभिषेक वर्मन का उन किरदारों में बेहद खूबसूरती से जान फूंक दी है. आम मसाला फिल्म होते हुए भी 2 स्टेट्स ख़ास लगती है.  

बॉलीवुड में 80 के दशक की ब्लॉकबस्टर फिल्म एक दूजे के लिए में उत्तर और दक्षिण के किरदारों के बीच प्रेम कहानी को दर्शाया गया था. मगर उस फिल्म का अंत बेहद दुखद और फिल्मी था. यहां ये मज़ेदार है.

पंजाबी परिवार के कृष मल्होत्रा (अर्जुन कपूर) और तमिल परिवार की अनन्या (आलिया भट्ट) एक साथ मैनेजमेंट कॉलेज में साथ पढ़ते हैं. दोनों में प्यार होता है और दोनों शादी का फैसला कर लेते हैं. दोनों परिवार की रज़ामंदी से शादी करना चाहते हैं. नए ज़माने के कृष और अनन्या का मानना है कि उनके परिवार उनके फैसले में उनका साथ देंगे. मगर प्यार से शादी तक का सफ़र तय करने में उनके सामने ऐसी मुश्किलें आती हैं जिनके बारे में उन्होंने सोचा तक नहीं था. किस तरह दोनों का प्यार शादी की मंज़िल तक पहुंचता है? 2 स्टेट्स में बड़े मज़ेदार ढंग से ये दिखाया गया है.

फिल्म की कहानी सुनने में बेहद आम महसूस हो सकती है. पंजाबी और तमिलियन परिवारों का आपस का झगड़ा पहले भी कई बार दिखाया जा चुका है. लेकिन निर्देशक अभिषेक वर्मन पहली बाज़ी कास्टिंग में मार गए हैं. पंजाबी मां के रूप में अमृता सिंह और तमिल मां के रूप में रेवती का चुनाव कितना बेहतरीन है ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी. पिता के रूप में रोनित रॉय और शिव भी कमाल के लगे हैं. कई बार ये जानते हुए भी कि अगला सीन क्या होने वाला है फिल्म कहीं पर भी बोझिल नहीं होती.

चेतन भगत के उपन्यास 2 स्टेट्स में दरअसल रोमांस के अलावा पिता और बेटे का बिगड़ा हुआ रिश्ता भी कहानी के केन्द्र था. उस रिश्ते के जज़्बात फिल्म में बहुत सशक्तता से उभारे गए हैं. रोनित और अर्जुन दोनों ने बहुत अच्छा अभिनय किया है. अर्जुन का ये अब तक का सबसे अच्छा परफॉरमेंस हैं.

फिल्म की सबसे बड़ी ख़ासियत हैं हीरोइन आलिया भट्ट. कुछ ही महीने पहले हाईवे में कमाल का परफॉरमेंस दे चुकी आलिया दक्षिण भारतीय किरदार को बेहतरीन तरीके से निभा गई हैं. अभनिय और स्क्रीन प्रेज़ेंस के मामले में आलिया काजोल की याद दिलाती हैं. सही मायने में आलिया उनका अपडेटेड वर्जन हैं.

संगीत का फिल्म में बेहद अच्छा इस्तेमाल किया गया है. फिल्म का हर गीत कहानी को आगे बढ़ाता है. खासतौर पर ओफ़्फ़ो और मन मस्त मगन बहुत अच्छे हैं.

अपनी पहली फिल्म के साथ निर्देशक अभिषेक वर्मन बढ़िया शुरुआत की है. उनके बिंदास रोमांटिक सीन्स में निर्माता करण जौहर के स्टाइल की झलक दिखती है. मगर भावनात्मक सीन्स में वो सरलता से गंभीर बात कह जाते हैं. ये फिल्म की सबसे बड़ी खासियत हैं. 2 स्टेट्स अपने मज़ेदार पलों से हंसाती है, गुदगुदाती है और फिर अपने गुनगुने जज़्बातों से हमारे दिल को छू जाती है.

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