
नई दिल्ली: हाल ही में फिल्म धूम 3 ने 500 करोड़ रपए की कमाई कर नया कीर्तिमान रचा है लेकिन जानेमाने अभिनेता कमल हासन का मानना है कि 100 करोड़, 200 करोड़ या 500 करोड़ रपए की कमाई को हिंदी फिल्मों की सफलता नहीं मान लेना चाहिए और 125 करोड़ आबादी वाले देश में फिल्म दर्शकों की संख्या बढऩी चाहिए।
हासन ने आज यहां प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर आयोजित एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि देश की जनसंख्या 125 करोड़ है और यहां फिल्म की टिकट की कीमत औसतन 100 रपए मान लें तो इसका मतलब है कि एक या दो करोड़ लोग ही फिल्म देखते हैं। यह सफलता नहीं है। कम से कम 5-6 करोड़ लोग किसी फिल्म को देखें तब उसे सफल माना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह संख्या धीरे धीरे बढऩी चाहिए। इस मौके पर फिल्म निर्देशक रमेश सिप्पी ने कहा कि अब हिंदी फिल्मों के लिए विदेशी बाजार महत्वपूर्ण हो गया है और करीब 50 प्रतिशत आय विदेशी सिनेमाघरों से होती है।
अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र और हेमा मालिनी अभिनीत सुपरहिट फिल्म शोले के निर्देशक सिप्पी ने कहा कि इस फिल्म के निर्माण के समय भी विदेशी बाजार अहमियत रखता था लेकिन तब केवल 15 प्रतिशत कमाई ही विदेशी दर्शकों से होती थी। मेकिंग इंडिया द हब ऑफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री विषय पर आधारित सत्र में दोनों ही फिल्मी दिग्गजों ने भारत में सिनेमा को और अधिक बढ़ावा देने के लिए अधिक संख्या में प्रशिक्षण संस्थान खोले जाने की वकालत की। सिप्पी ने कहा कि देश में सिनेमाघरों की संख्या भी बढ़ाने की जरूरत है।
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