
मुंबई : क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि या आउट स्टैं डिंग अमाउंट पर लगने वाला भारी भरकम ब्यासज कम होने की उम्मी।द बढ़ी है। भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंको से कहा है कि वो क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि पर लगने वाले ब्याीज की दरों को कम करें।
उल्ले।खनीय है कि बैंकों द्वारा क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि पर 36 प्रतिशत तक ब्या ज दर वसूला जाता है। जबकि रिजर्व बैंक ने बेस रेट 10 से 10.5 प्रतिशत तय किया है। वहीं बैंकों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड की बकाया रकम पर वसूला जा रहा ब्याेज एकदम सही है क्यों कि यह असुरक्षित ऋण की श्रेणी में आने वाली रकम होती है। इसमें डिफॉल्टा होने का खतरा भी ज्याएदा होता है। रिटेल बैंकों के इस तर्क को उपभोक्ताे संघों ने ज्या।दती बताया है।
हालांकि रिजर्व बैंक ने स्पखष्टय किया है कि क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि या ऋण पर बैंकों को ब्याज दर कम करना होगा। अपनी रिपोर्ट में केंद्रीय बैंक ने कहा है कि इसी तरह के रिस्क प्रोफाइल वाले दूसरे उत्पाादों की तुलना में यह ब्या।ज दर बहुत ज्यादा है। आरबीआई के आदेश के बाद भारतीय बैंक संघ इस संबंध में बैंकों के लिए विस्तृकत गाइडलाइंस जारी करेगी।
गौरतलब है कि वित्तीकय वर्ष 2014 में क्रेडिट कार्ड से किया जाने वाला औसतन मासिक खर्च 12,035 करोड़ रुपए था, जो इस साल अप्रैल से अक्टूबर के बीच 15,470 करोड़ रुपए हो गया है। भारत में दो करोड़ से ज्याडदा लोग क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर रहे हैं।
2013-14 में बैंकिंग ओम्बड्समैन को मिली कुल शिकायतों में से 24 फीसदी क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और एटीएम कार्ड से संबंधित थीं। ओम्बड्समैन को कुल 76,573 शिकायतें मिली थीं, जो एक साल पहले के आंकड़ों से 8.5 फीसदी अधिक थीं। कार्ड की 18,474 शिकायतें मिली थीं, जिनमें से 10,714 एटीएम/डेबिट कार्ड से संबंधित थीं।
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