
हैदराबाद : मोदी सरकार अगले महीने पेश होने वाले रेल बजट में आम जन पर भार डाल सकती है। सरकार बजट में यात्री भाड़ा बढ़ाने के बारे में विचार कर रही है। सोमवार को हैदराबाद में रेलवे मंत्री सुरेश प्रभु ने आने वाले रेल बजट में यात्री किराया बढ़ने के संकेत दिए हैं। हालांकि, सुरेश प्रभु ने यह स्पष्ट तौर पर नहीं कहा। एक सवाल के जवाब में उनका कहना था कि \"रेलवे का भार, आम आदमी का भार है\"। उनके इस जवाब को रेल किराया में बढ़ोतरी का अंदेशा माना जा रहा है।
प्रभु ने हैदराबाद में परिवहन अनुसंधान और प्रबंधन केंद्र की ओर से रेलवे में निजी सरकारी भागीदारी (पीपीपी) और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने रेलवे के निजीकरण की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि रेलवे को निजी पूंजी की सख्त जरूरत है, लेकिन किसी भी रूप में निजीकरण की नहीं।
साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे सरकारी क्षेत्र के अंतर्गत ही रहेगा। किसी भी रूप में इसमें निजी या बहुराष्ट्रीय कंपनियों की भागीदारी नहीं होगी। सरकार की तरफ से पीपीपी और एफडीआई पर लिया जाने वाला कोई भी फैसला रेलवे और अर्थव्यवस्था के विकास को सक्षम बनाने के उद्देश्य से किया जाएगा। उन्होंने रेलवे की दक्षता और उत्पादकता में सुधार की जरूरत पर जोर दिया।
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